केरल के कासरगोड जिले के एक मस्जिद में लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करके नमाज अता करवाने वाले इमाम और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूरे देश में तेजी से पाँव पसार रही कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार हर तरह के जतन कर रही है, लेकिन कुछ लोग इन प्रयासों पर पानी फेरने पर आमादा हैं।
बता दें कि कासरगोड जिले के मडिक्की गाँव की अरई जुमा-मस्जिद में इमाम लॉकडाउन के बावजूद लोगों को नमाज पढ़वा रहा था। जिसकी सूचना मिलने पर नीलेश्वरम पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मस्जिद के इमाम व एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया। जिला कलेक्टर ने आईपीसी की धारा 269 के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों केरल में चर्च के पादरी को गिरफ्तार किया गया था। चलाकुडी निथ्या सह्या मठ चर्च के पादरी ने सरकार के आदेश की अवहेलना करते हुए एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया था, जिसमें कम से कम 100 लोगों ने हिस्सा लिया था।
पुलिस ने बताया कि पादरी ने चर्च में सुबह 6:30 बजे प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस वहाँ पर पहुँची और पादरी को गिरफ्तार कर लिया। पहले पुलिस ने सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए पादरी को पुलिस स्टेशन ले जाने से पहले उसे सैनिटाइजर से हाथ धोने के लिए कहा।
हालाँकि, बाद में पादरी को जमानत पर छोड़ दिया गया। पुलिस ने कहा कि पादरी और प्रार्थना सभा में भाग लेने वाले 100 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 269 और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 118 के तहत केस दर्ज किया गया।
चीन से पूरी दुनिया में फैल गए इस वायरस ने हाहाकार मची रखी है। हर दिन लोगों की मौत हो रही है। कई देशों में लॉकडाउन लागू है। भारत में भी हालत खराब हो चुके हैं। भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला जनवरी में केरल से सामने आया था। चीन के वुहान शहर से तीन छात्र लौटे थे जो कोरोना वायरस से संक्रमित थे।
हालाँकि वह तीनों ही ठीक हो गए हैं। इसके बाद से केरल में संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा। महाराष्ट्र के बाद केरल ही ऐसा राज्य है, जहाँ कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन कर दिया है। ताकि लोग इधर से उधर ना जा सकें और इसे संक्रमण पर काबू पाया जा सके।