पंजाब के मोगा में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले खालिस्तानी तत्वों ने मुख्य प्रशासनिक भवन के ऊपर ही खालिस्तान का झंडा फहरा दिया। इतना ही नहीं, खालिस्तान समर्थकों ने वहाँ लगे तिरंगे झंडे को भी हटा दिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस घटना को सख्ती से लिया है और जिला प्रशासन को ऐसा करने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
घटना मोगा स्थित जिला प्रबंधकीय कॉम्प्लेक्स की है। डीसी दफ्तर के सामने दो खालिस्तान समर्थक युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया है। इन दोनों ने 5वीं मंजिल पर चढ़ कर छत की पाइप पर खालिस्तान का झंडा लगा दिया। इसके बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारियों ने खालिस्तान का झंडा हटा कर वहाँ फिर से ससम्मान तिरंगा झंडा फहराया। मौके पर एसएसपी और एसडीएम भी पहुँचे।
हिन्दू संगठनों ने भी तिरंगा झंडा उतार कर खालिस्तान का झंडा फहराए जाने को लेकर रोष प्रकट किया है। शुक्रवार (अगस्त 14, 2020) को आयोजित एक बैठक में एंटी खालिस्तान फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा व राष्ट्रीय चेयमैन अमित घई ने कहा कि रेफरेंडम 2020 के प्रचार के तहत ही उक्त घटना को अंजाम दिया गया है। बता दें कि खालिस्तान गैंग अलग सिख मुल्क के लिए रेफरेंडम की माँग करते हुए दुष्प्रचार कर रहा है।
‘दैनिक जागरण’ की खबर के अनुसार, पंजाब में खालिस्तान समर्थक तेजी के साथ सक्रिय होने का प्रयास कर रहे है। सभी इसे एक सुर में माहौल बिगाड़ने की साजिश बता रहे हैं।
पंजाब में सरकारी दफ्तर पर फहराया खालिस्तानी झंडा!https://t.co/dfETge4v8h
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) August 15, 2020
फ़िलहाल पुलिस ने कॉम्प्लेक्स के सभी सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में लेकर जाँच शुरू कर दी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खँगाले जा रहे हैं। दोषियों के बारे में सूचना देने पर 50,000 रुपए का इनाम रखा गया है। सीएम अमरिंदर ने ‘सिख फॉर जस्टिस’ और आतंकी गोरपतवंत सिंह पन्नी को चुनौती देते हुए कहा कि वे उन्हें अच्छा सबक सिखाएँगे। उन्होंने युवाओं को भारत-विरोधी तत्वों से दूर रहने की सलाह दी है।
बताया गया है कि संदेह पैदा न हो, इसीलिए दोनों युवक कर्मचारियों की एंट्री के समय उनके साथ ही कॉम्पलेस में घुस गए थे। सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा है कि कुछ युवा भारत-विरोधी खालिस्तानी गैंग के जहरीले प्रोपेगेंडा के शिकार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी समुदाय भारत में पूरी समृद्धि के साथ रह रहा है और देशविरोधी गतिविधियों का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि खालिस्तानी गैंग भारत-विरोधी तत्वों से रुपए ऐंठने के लिए ऐसी हरकतें कर रहा है।
बता दें कि पाकिस्तान भी सिखों को भड़काने के लिए चालें चल रहा है। खालिस्तान के लिए चलाई जा रही मुहिम रेफरेंडम-2020 को लेकर पाकिस्तान इंटरनेट कॉल के जरिए सिखों को भड़का रहा है और साथ ही ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान भी चला रहा है, जो भारत को बाँटने की एक साजिश है। पंजाब में फिर से माहौल ख़राब करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे सुरक्षा और ख़ुफ़िया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।