जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग के मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) की स्पेशल कोर्ट ने आतंकी यासीन मलिक को दोषी करार दिया है। उसे 25 मई को सजा सुनाई जाएगी। मलिक को दोषी करार दिए जाने के बाद बलिदानी स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना की प्रतिक्रिया सामने आई है। रवि खन्ना की हत्या मलिक के आतंकी साथियों ने कर दी थी।
निर्मल खन्ना ने कहा है, “स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना का खून इसका पीछा कर रहा है। ये उस केस में भी नहीं बचेगा। खून की सजा खून, मौत की सजा मौत। मैं इंतजार कर रही हूँ। हमें इंसाफ जरूर मिलेगा।”
#WATCH Sqn leader Ravi Khanna’s blood is following him. He will not be spared even in that case…’Blood for Blood, Death for Death’. I am waiting …We will also get justice: Nirmal Khanna, wife of IAF officer Ravi Khanna who was allegedly killed by separatist leader Yasin Malik pic.twitter.com/Ycvs97OrGp
— ANI (@ANI) May 19, 2022
उन्होंने कहा, “अगर यहाँ तक इंसाफ हुआ है, तो उसमें भी होगा। ये स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना का खूनी है। यासीन मलिक ने तो बड़ी सफाई से हाथ धोके, सोचा था कि मैं तो इतने गुनाह करके भी बच गया। कभी प्रधानमंत्री उससे हाथ मिला रहा है। कभी दिल्ली की एक डॉक्टर, जो कौल है उससे हाथ मिला रही हैं। क्या उन्हें नहीं पता उसके बारे में, जबकि वह भी कश्मीरी पंडित हैं। उन्होंने उसे अपने घर में बुलाकर दावतें दीं। इनको शादी की मुबारकबाद दीं। कैसे कलेजे हैं इन लोगों के। मेरे घर का बच्चा अगर खराब निकले तो… ये मदर इंडिया है ना, जो खुद अपने बच्चे के सीने में गोली आर-पार कर देती है। मैं उसी की बेटी हूँ। मैं सच कह रही हूँ आपसे। अहिल्याबाई होलकर के बारे में आपको पता होगा, जिसके बच्चे ने गाय के बच्चे को मार दिया था। वो अपने बेटे को मारने चली गई थी, लेकिन उस गाय ने आगे आकर उसे बचा लिया था। ये वो देश है। हर कोई अपने बच्चे को नेक राह पर चलाए। उनके अच्छे भविष्य की कामना करे।”
गौरतलब है कि वर्ष 1990 में जम्मू-कश्मीर में भारतीय वायुसेना के 4 निहत्थे जवानों की हत्या कर दी गई थी। इनमें स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना भी शामिल थे। जिन आतंकियों ने जवानों की हत्या की थी, वे यासीन मलिक द्वारा संचालित आतंकी संगठन के सदस्य थे। यह घटना जनवरी 25 1990 को हुई थी।
स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना की पत्नी निर्मल खन्ना अपने पति के हत्यारों को सज़ा दिलाने के लिए लड़ रही हैं। भारतीय वायुसेना के इन जवानों की हत्या तब की गई थी, जब उनके पास कोई भी हथियार नहीं था। वे एयरपोर्ट जाने के लिए बस का इन्तजार कर रहे थे। वहाँ भारतीय वायुसेना के 14 जवान थे। तभी अचानक से एक मारुति जिप्सी और एक बाइक से 5 आतंकी पहुँचे और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उन्होंने एके-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवानों के अलावा 2 कश्मीरी महिलाओं की भी हत्या कर दी गई, जो बस का इंतजार कर रही थीं। आतंकियों ने ख़ून से लथपथ जवानों के सामने डांस करते हुए जिहादी नारे भी लगाए थे।