एक तरफ जहाँ पूरा देश कोरोना वायरस के महामारी से जूझ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सोमवार (मार्च 30, 2020) को कोलकाता में दो वार्ड पार्षदों के खिलाफ मापीट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक शहर के वार्ड नंबर 134 और 137 की सड़कों पर पूरी रात तक भयंकर लड़ाई चली। जब मामला काफी आगे बढ़ गया तो फिर स्थानीय लोगों ने मजबूरन इसकी शिकायत पुलिस से की। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि वार्ड नंबर 134 के पार्षद शम्स इकबाल और वार्ड नंबर 137 के पार्षद रहमत आलम अंसारी के खिलाफ मारपीट और लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है। इन पार्षदों के समर्थकों को एक-दूसरे पर बमबारी करते और यहाँ तक कि गाली-गलौज करते हुए भी देखा गया था।
पुलिस ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है और स्थिति अब शांतिपूर्ण है। जब भी चुनाव का समय नजदीक होता है, अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र में हिंसा होते हुए पाया गया है। हालाँकि यह काफी चिंताजनक घटना है, क्योंकि ये ऐसे समय में हुआ है, जब पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए प्रयासरत है। देश में 47 नए केस सामने आने के बाद अभी तक कुल कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1071 हो गई है, जबकि 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (मार्च 24, 2020) को देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की। लॉकडाउन का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से जहां हैं वहीं रहने की अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि इस खतरनाक वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं खोजा गया है। इसलिए लॉकडाउन और एक दूसरे से दूरी ही सबसे सफल उपाय है। इसके बावजूद कई लोग ऐसे हैं जो सब कुछ जानकर भी अनसुना कर रहे हैं। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इसे रोकने के लिए अपनी भागीदारी निभानी होगी। वरना वो समाज का नुकसान तो करेंगे ही, खुद को भी नहीं बचा पाएँगे।