वीडियो साझा करते हुए कई जगह दावे हुए कि इन उपद्रवियों ने उस स्थल को भी तोडा है जहाँ घटना को अंजाम दिया गया। दावों पर आधारित कई मीडिया रिपोर्ट भी छपी। हालाँकि बाद में बंगाल पुलिस का बयान आया। उन्होंने इस दावे को फर्जी बताया। उन्होंने कहा कि घटना जहाँ अंजाम दी गई वो सेमिनार रूम था। वहाँ तोड़फोड़ नहीं हुई है। झूठी खबर फैलाने पर कार्रवाई की जाएगी।
Crime of Scene is Seminar Room which is intact and has not been touched. Don’t spread fake news. We will take legal action. https://t.co/A7PDWYAO4E
— Kolkata Police (@KolkataPolice) August 15, 2024
गौरतलब है कि एक तरह जहाँ बंगाल पुलिस सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात कह रही है। वहीं लोगों का कहना है कि पुलिस को इसी सख्ती से उपद्रवियों के खिलाफ भी एक्शन लेना चाहिए। तमाम चश्मदीद हैं जो रोकर, डरकर पूरी स्थिति बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक महिला प्रदर्शनकारी की वीडियो वायरल है। वो चिल्ला-चिल्ला कर कह रही है- “हमें लगातार पीटा जा रहा है। वो हमें मार देंगें। हम प्रदर्शन के लिए आए थे।” इसी तरह अन्य वीडियो में खुद को रेजिडेंट डॉक्टर बताने वाले लोग बता रहे हैं कि कैसे भीड़ उन पर हमला कर रही है। सबको छिपना पड़ रहा है।
"They are beating us continuously. They will beat us. We came here for the protests."
— Sensei Kraken Zero (@YearOfTheKraken) August 14, 2024
LOOK AT THIS YOUNG WOMAN CRYING HELPLESSLY SAYING THAT THE MOB IS BEATING UP PEOPLE. THIS IS AN UTTER SHAME FOR THE TMC GOVERNMENT.#MamataMustResign https://t.co/gZ2yG82Ek3 pic.twitter.com/5wCqrOVm3P
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सुभेंदु मलिक नाम के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया, “अस्पताल में उपद्रवियों की भीड़ घुसी थी। उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों पर हमला किया, जिसके बाद सबको भागना पड़ा। उपद्रवियों ने उस बिल्डिंग में भी घुसने की कोशिश की, जहाँ जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस इस दौरान मूकदर्शक बनी हुई थी।
अनिकेत मैती नामक एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, “हम हमला शुरू होने से बहुत पहले ही उपद्रवियों को अस्पताल के बाहर इकट्ठा होते देख रहे थे। हमने पुलिस से कदम उठाने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। जब उपद्रव शुरू हुआ तो पुलिसकर्मी अस्पताल परिसर के अंदर शरण लेने के लिए भागे।”
Crime of Scene is Seminar Room which is intact and has not been touched. Don’t spread fake news. We will take legal action. https://t.co/A7PDWYAO4E
— Kolkata Police (@KolkataPolice) August 15, 2024
सिक्योरिटी गार्ड प्रणय दास ने कहा, “कल रात करीब 1 बजे जब करीब 500-1000 लोग यहाँ आए। हमने यहाँ गेट बंद किया, लेकिन उन्होंने उसे तोड़ दिया। हम दूसरे गेट पर गए, लेकिन उन्होंने उसे भी तोड़ दिया। वे बहुत ज्यादा थे, हम 10-12 लोग और पुलिस थे। इसलिए हम उनका मुकाबला नहीं कर सकते थे। वे अंदर घुस आए और संपत्ति को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने हर जगह नुकसान पहुँचाया, कंप्यूटर से लेकर दवाइयों तक। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए।”
#WATCH | Pronoy Das, a security guard at RG Kar Medical College and Hospital who was on duty here last night when vandalisation took place, says, "Around 1 am last night when about 500-1000 people came here…We locked the gate here but they broke it down. We went to another… https://t.co/Fg3JqRPn9R pic.twitter.com/ULKQsxwMwZ
— ANI (@ANI) August 15, 2024
गौरतलब है कि पीड़ितों के बयान, सोशल मीडिया पर होते दावों के बीच प्रदेश के भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा पुलिस केवल कोलकाता पुलिस आयुक्त और ममता बनर्जी के कहने पर काम कर रही है। पुलिस मीडिया पर आरोप लगा रही है लेकिन टीएमसी गुंडे थे जो बाहर से आए और तोड़फोड़ की। भाजपा सांसद का आरोप है कि ये सब ममता बनर्जी करवा रही हैं।
#WATCH | On vandalisation by a mob at RG Kar Medical College and Hospital in Kolkata, BJP MP Jagannath Sarkar says, "Bengal Police is functioning at the behest of Vineet Goyal (Kolkata Police Commissioner) and Mamata Banerjee…West Bengal CM Mamata Banerjee hatched a conspiracy… pic.twitter.com/PnPaRRWHZQ
— ANI (@ANI) August 15, 2024