कई व्यापारियों से पैसा ऐंठने के आरोप में कोलकाता पुलिस ने बांग्लादेश के सलीम मोहम्मद को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल आरोपित सलीम पिछले कई महीनों से शहर की बुर्राबाज़ार, न्यू मार्केट समेत कई बाजारों की दुकानों के मालिकों से ठगी कर पैसे लूट रहा था। पुलिस को जब पैसा लूटे जाने की इन घटनाओं की खबर मिली तो उनका पहला शक बांग्लादेशी मूल के सलीम मोहम्मद पर ही गया।
मामले की जाँच करते हुए जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया तो उनका शक यकीन में बदल गया। कुछ ही दिन पहले पुलिस ने फुटेज खंगालते वक़्त देखा कि दो अलग-अलग घटनाओं के दौरान आरोपित शख्स ने दो व्यापारियों को अपनी ठगी का शिकार बनाया। इसी के बाद पुलिस ने सलीम को कोलकाता के बो-बाज़ार के एक होटल से धर लिया।
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पुलिस के सूत्रों के मुताबिक सलीम ने अपनी इस करतूत को अजमाते हुए पिछले छः महीने में करीब दो करोड़ रुपए जमा कर लिए थे। घटना को अंजाम देने के लिए सलीम शाम को बंद होती दुकानों पर अपनी नज़र रखता था। सलीम दुकानदारों की आवाजाही पर पूरी नज़र रखता था। एक बार जब उसे इस बात का अंदाज़ा हो जाता कि कौन दुकानदार दिन भर की कमाई अपने साथ लेकर अपने साथ जाने वाला है, दुकान बंद करते वक़्त सलीम किसी बहाने से उसका ध्यान भटकाता और दुकान के मालिक का ध्यान भटकते ही उसका बैग लेकर रफू-चक्कर हो जाता। कभी-कभी तो वह पैसों वाला बैग उठाकर उसकी जगह वैसा ही एक डुप्लीकेट बैग छोड़ जाता था। सलीम की इस चाल से दुकानदार को ठगे जाने का तुरंत पता तक नहीं चलता था।
पुलिस द्वारा धरा गया आरोपित सलीम मोहम्मद बांग्लादेश की राजधानी ढाका के नारायणगंज का रहने वाला है। कई होटलों में रहने के दौरान उसने अपना पासपोर्ट और वीजा आईडी प्रूफ के तौर पर पेश किया था। हालाँकि इन सब कागजातों के बावजूद भारत में सलीम गैरकानूनी तरीके से घुसा था और अपने ठगी के काम से इकट्ठा किए पैसों को मणि ट्रान्सफर सर्विस के ज़रिये बांग्लादेश भेज दिया करता था। बता दें कि गिरफ़्तारी के वक़्त सलीम के पास से लाखों रुपए बरामद हुए थे, वहीं पुलिस के मुताबिक सलीम ने पिछले छ: महीने में पैसों से भरे तकरीबन 40 बैग चुराए।
इस मामले में सोमवार को आरोपित सलीम मोहम्मद को कोलकाता की एक स्थानीय अदालत बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने सलीम को 30 नवम्बर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। वहीं पुलिस इस बात की छानबीन में जुटी है कि सलीम अकेले ही इस धंधे में काम करता था या वह किसी गिरोह का एक सदस्य है।