उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद मामले में हिन्दू पक्ष की ओर से वकील और याचिकाकर्ता महेंद्र प्रताप सिंह को कथित तौर पर हत्या की धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। हत्या की धमकी देने का आरोप जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी आगरा के अध्यक्ष मोहम्मद जाहिद कुरैशी पर लगा है।
कुरैशी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने धमकी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में कुरैशी के खिलाफ इंडियन पीनल कोड की धारा 153 (उकसाने), 153A (शत्रुता को बढ़ावा देना), 506 (आपराधिक धमकी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत मंटोला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच महेंद्र प्रताप सिंह ने हत्या की धमकी मिलने के बाद पुलिस से सुरक्षा की माँग की है। एबीपी न्यूज से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं शाही ईदगाह मामले में एक वकील और याचिकाकर्ता हूँ। मुझे कुछ लोगों से धमकियाँ मिली हैं। इसलिए मैंने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है।”
उन्होंने कहा, “मैंने एएसआई को कानूनी नोटिस भेजकर आगरा के शाही जामा मस्जिद परिसर में बेगम साहिबा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबाई गई भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियों को वापस किए जाने की माँग की है। जाहिद कुरैशी ने मुझे जान से मारने की धमकी दी है और इसलिए मुझे सुरक्षा कवर की आवश्यकता है।”
इस बीच आगरा जिले के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने जाहिद कुरैशी के भड़काऊ बयान की पुष्टि की है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि जाहिद कुरैशी ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद आगरा की जामा मस्जिद में भड़काऊ टिप्पणी की थी। उसके भाषण की एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम दूसरों को सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ बयान देने और उसे सोशल मीडिया पर डालने के खिलाफ भी चेतावनी देते हैं। क्योंकि अब इन लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।”
बता दें कि जाहिद कुरैशी का जो बयान वायरल हो रहा है। इसमें कुरैशी को कहते सुना जा सकता है, “चाहे ये हिन्दुस्तान की किसी भी एजेंसी को लेकर आ जाएँ। उस दिन हम सबको अपने गले रेतवाने हैं यहाँ पर। तब जाकर ये मस्जिद की खुदाई करें। ये हर जगह ऐसा करते आ रहे हैं और इनके हौसले बढ़ गए हैं।” कुरैशी ने महेंद्र प्रताप को अंजाम भुगतने की भी धमकी दी है।
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद जाहिद कुरैशी ने अपने बचाव में कहा, “मंदिर या मस्जिद के इन मुद्दों में भाजपा शामिल नहीं हो रही है, बल्कि महेंद्र प्रताप सिंह जैसे लोग हैं जो आगरा में शाही जामा मस्जिद खोदने के बारे में इस तरह के बयान जारी कर रहे हैं। हम किसी सरकार या राष्ट्र के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि महेंद्र प्रताप सिंह जैसे व्यक्तियों के खिलाफ हैं।”