मध्य प्रदेश के इंदौर में शनिवार (30 मार्च, 2024) को रंगपंचमी की धूम रही। लाखों की संख्या में हिन्दुओं की भीड़ जुटी और उत्सव मनाया गया। राजवाड़ा, जिसे इंदौर के हृदयस्थल भी कहा जाता है, वहाँ कुम्भ मेले जैसा माहौल रहा। रंगपंचमी पर वहाँ फाग यात्रा व गेर निकाली जाती है। रंगों के गुब्बार और पानी की बौछारों के बीच भी उत्सव में डूबी लाखों हिन्दुओं की भीड़ ने एम्बुलेंस को रास्ता दिया और अपनी सहृदयता का परिचय दिया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है।
लोग इसके बाद हिन्दुओं, खासकर इंदौर के हिन्दुओं की जम कर तारीफ कर रहे हैं। उत्सव के समय ही एम्बुलेंस एक मरीज को लेकर जा रही थी। एम्बुलेंस का सायरन सुनते ही श्रद्धालुओं ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मिल कर उसके लिए रास्ता बनाया और उसे पार कराया। कुछ ही मिनटों में एम्बुलेंस इतनी भीड़ के बावजूद वहाँ से निकल गई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी फाग यात्रा व गेर में हिस्सा लेने के लिए राजवाड़ा पहुँचे हुए थे, जहाँ उन्होंने लोगों को संबोधित भी किया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव गुलाल से तर होकर राजधानी भोपाल को लौटे। ‘हिन्दू रक्षक संगठन’ यात्रा का नेतृत्व कर रहा था, जिसमें युवकगण सबसे आगे पताकाएँ लेकर चल रहे थे। भजन मंडलियाँ भक्ति-संगीत से लोगों को सरोबार करती हुई चल रही थीं। वहीं साथ में एक झाँकी भी थी, जिसमें हनुमान जी संजीवनी बूटी वाला पर्वत हाथ पर उठाए दिख रहे थे। डॉ मोहन यादव ने कहा कि वो 75 वर्ष पुरानी इस परंपरा में शामिल होकर गौरवान्वित हैं, ये MP के साथ-साथ मालवा का विशेष आयोजन है।
इंदौर की ग़ैर के ढेर से सहजता से निकलती एंबुलेंस #Indore pic.twitter.com/50sinMZRLj
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) March 30, 2024
CM मोहन यादव ने कहा कि ‘गेर’ तो एक शब्द है, ये अपना बनाने वालों की टोली है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर अलग-अलग मोहल्लों और वर्ग के लोग अपना-अपना निशान लेकर निकलते हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर अचार संहिता लागू है, कुछ सीमाएँ हैं इसके बावजूद वो यहाँ पहुँचे हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले वो MP के पहले मुख्यमंत्री हैं। राज्य के शहरी विकास एवं आवास और संसदीय मामलों के मंत्री व इंदौर से विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने उनका स्वागत किया।