दिनांक: 19 सितंबर 2019, जगह: राबड़ी देवी-लालू प्रसाद यादव का पटना स्थित बंगला। बंगले के हॉल में शानदार सोफा-कुर्सियाँ। सामने मंच सजा है। मंच पर लगी हैं महात्मा गाँधी, बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर, लोहिया, जेपी, विनोबा भावे जैसे महापुरुषों की तस्वीरें और उस मंच पर चल रहा है लौंडा नाच। सामने बैठे हैं लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेज प्रताप यादव, आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी के अलावा राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अन्य छोटे-बड़े नेता और छुटभैये कार्यकर्ता।
लालू यादव की पसंद की कायल हुई मीडिया
मेडिकल ग्राउंड पर जेल से बाहर निकले लालू यादव के ‘राजसी’ ठाठ पर आरजेडी के कार्यकर्ता क्यों न मर-मिट जाएँ। हर तरफ वाह-वाह वाला माहौल है। मीडिया में शानदार कवरेज है। कई मीडिया वालों ने खबरें बनाई हैं। लालू यादव की ‘पसंद’ के लोग कायल हुए जा रहे हैं। हों भी क्यों न? लालू प्रसाद यादव बिहार के ‘लौंडा नाच’ का आयोजन जो करा रहे हैं। बगल में बेटा बैठा है, वो भी ‘लौंडा नाच’ का लुत्फ उठा रहा है। विधायक हों या पार्टी पदाधिकारी, सब लोटपोट हुए जा रहे हैं।
मीडिया में वाह-वाह, पुराने अंदाज वाले लालू की वापसी!
आजतक अपनी रिपोर्ट में लिखता है, “किडनी ट्रांसप्लांट के बाद स्वस्थ होने पर लालू यादव अपने पुराने अंदाज में दिख रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से उनको अलग-अलग अवतार में देखा जा रहा है। हाल ही में वो पटना के एक रेस्टोरेंट में राजस्थानी थाली का आनंद लेते दिखाई दिए थे। इससे पहले वो मुंबई के मरीन ड्राइव पर देखे गए। लालू पटना के बाहर कई मंदिरों में जाकर माथा भी टेक रहे हैं।” अब इस पर कुछ कहने की जरूरत ही क्या है, ये लालू प्रसाद यादव का अंदाज भी रहा है।
भाजपा ने बोला हमला
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता लिखते हैं, “ये बढ़िया राजनीति है… महात्मा गाँधी, बाबासाहेब अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया की तस्वीर लगाकर लौंडा नाच करवाइए और बेटे के साथ बैठकर देखिए… गाँधीजी और अंबेडकर जी आज होते तो शर्म से आँखें नीची कर लेते, लेकिन परिवारवादियों और भ्रष्टाचारियों के लिए ये सब ठीक काम है?”
ये बढ़िया राजनीति है…महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया की तस्वीर लगाकर लौंडा नाच करवाइए और बेटे के साथ बैठकर देखिये…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 21, 2023
गांधीजी और अंबेडकर जी आज होते तो शर्म से आंखें नीची कर लेते, लेकिन परिवारवादियों और भ्रष्टाचारियों के लिये ये सब ठीक काम है?@amitmalviya… pic.twitter.com/UtQ6P7lMG7
उत्तर प्रदेश की भाजपा नेता रिचा राजपूत लिखती हैं, “लालू यादव के घर पर आयोजित हुआ भव्य लौंडा नाच सांस्कृतिक कार्यक्रम… सैफई महोत्सव से प्रेरित कार्यक्रम में अंबेडकर सहित कई महान हस्तियों की फोटो लगी हुई थी लालू जी राबड़ी के और तेज प्रताप यादव पूरा आनंद लेते हुए …”
लालू यादव के घर पर आयोजित हुआ भव्य लौंडा नाच सांस्कृतिक कार्यक्रम.. सैफई महोत्सव से प्रेरित कार्यक्रम में अंबेडकर सहित कई महान हस्तियों की फोटो लगी हुई थी लालू जी रावड़ी के और तेज प्रताप यादव पूरा आनंद लेते हुए … pic.twitter.com/7SXT8gveJO
— Dr. Richa Rajpoot (@doctorrichabjp) September 21, 2023
लालू प्रसाद यादव के लौंडा नाच के आयोजन के वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं। लोग भी अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं। अजीत कुमार लिखते हैं, “लालू यादव का ये वीडियो 19 सितंबर 2023 का बताया जा रहा है। कहा जा रहा कि 19 सितंबर को राबड़ी आवास पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। फिलहाल ‘लौंडा डांस’ का आनंद लीजिए…”
लालू यादव का ये वीडियो 19 सितंबर का बताया जा रहा है. कहा जा रहा कि 19 सितंबर को राबड़ी आवास पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. फिलहाल 'लौंडा डांस' का आनंद लीजिए… pic.twitter.com/z1w0myV63u
— Ajeet Kumar (@iajeetkumar) September 21, 2023
पारंपरिक लोक नृत्य है लौंडा नाच
बिहार में लौंडा नाच एक पारंपरिक लोक नृत्य है, जो पुरुषों द्वारा किया जाता है। इस नृत्य में पुरुष कलाकार महिलाओं के कपड़े पहनते हैं और महिलाओं की तरह नाचते और गाते हैं। लौंडा नाच एक मनोरंजक और आकर्षक नृत्य है। यह नृत्य बिहार की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को दर्शाता है।
लौंडा नाच बिहार में काफी मशहूर है। ये मुख्य रूप से बिहार के भोजपुरी क्षेत्र में लोकप्रिय है। यह नृत्य अक्सर त्योहारों और समारोहों के दौरान किया जाता है। लौंडा नाच के कई कलाकार हैं, जो इस नृत्य को पेशेवर रूप से करते हैं। हालाँकि इसका चलन अब तेजी से कम होता जा रहा है।
वैसे, लौंडा नाच को लेकर कुछ विवाद भी हैं। कुछ लोग इस नृत्य को अश्लील और अपमानजनक मानते हैं और कुछ लोग इसे लोक कला बताकर इसका प्रचार-प्रसार करते हैं। ज्यादातर लोग इस नृत्य को बिहार की एक अनूठी और समृद्ध संस्कृति का हिस्सा मानते हैं।