शाहीन बाग़ उपद्रव से सुर्ख़ियों में आई ‘दादी’ बिल्किस बानो के ‘किसान आंदोलन’ में भाग लेने की खबर के बाद कंगना रनौत ने उन पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद बॉलीवुड अभिनेत्री को एक कानूनी नोटिस भेजा गया है। एक वायरल तस्वीर में दिख रही एक बूढ़ी महिला को लेकर कंगना रनौत ने कहा था कि ये शाहीन बाग़ वाली वही ‘दादी’ हैं, जिन्हें टाइम मैगजीन ने सबसे प्रभावशाली लोगों में शुमार किया था।
कंगना रनौत ने दावा किया था कि शाहीन बाग़ वाली ‘दादी’ अब 100 रुपए में भी उपलब्ध हैं। उन्होंने पाकिस्तानी पत्रकारों पर भारत का अंतरराष्ट्रीय PR गलत तरीके से हाईजैक करने का आरोप भी लगाया। कंगना रनौत ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बात पहुँचाने के लिए हमारे अपने लोग चाहिए। अब ये ट्वीट तो डिलीट कर लिया गया है, लेकिन इसके कारण कंगना कानूनी पचड़े में फँस गई हैं।
वहीं ‘न्यूज़ 18’ की एक खबर के अनुसार, जिस ‘दादी’ की तस्वीर पर कंगना रनौत ने टिप्पणी की, उस तस्वीर में वो शाहीन बाग़ वाली बिल्किस बानो नहीं हैं। इस खबर में बताया गया है कि ये तस्वीर भारतीय किसान यूनियन के एक प्रदर्शन का है, जब पीली साड़ी में कई महिलाओं को केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए देखा गया था। बिल्किस बानो ने भी दावा किया कि ये उनकी तस्वीर नहीं है।
[News Alert] A legal notice has been reportedly served to #KanganaRanaut for her comment on Bilkis Bano, one of the Shaheen Bagh dadis
— Asianet Newsable (@AsianetNewsEN) December 2, 2020
In a tweet, which now stands deleted, the actor had claimed that the ‘dadi’ was available for hire to make an appearance in protests for Rs 100 pic.twitter.com/nqyGwi1iQ9
हालाँकि, बिल्किस बानो खुद भी मंगलवार (दिसंबर 1, 2020) को ‘किसान आंदोलन’ में हिस्सा लेने पहुँचीं, लेकिन उपद्रव की आशंका के कारण उन्हें पुलिस ने उन्हें रोक दिया था। अब वो खुद को ‘किसान की बेटी’ बताते हुए सरकार को किसानों की आवाज़ सुनने की नसीहत दे रही हैं। उन्हें सिंघु सीमा पर रोका गया। पुलिस ने उन्हें अपनी सुरक्षा में लेकर साउथ ईस्ट दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुँचाया।
यहाँ गौरतलब हो कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए कृषि सुधार कानूनों को लेकर जारी किसानों के ‘विरोध प्रदर्शन’ में धीरे-धीरे वह सभी लोग एक साथ आ रहे हैं, जिन्होंने पिछले दिनों शाहीन बाग जैसे आंदोलन का समर्थन किया था। भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण ने भी गाजीपुर बॉर्डर पर जाकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उदित राज ने कहा है कि वो किसानों की माँगों का समर्थन करते हैं।