छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ भाजपा सरकार की कार्रवाई को कॉन्ग्रेस ने फेक बताया था। इसके बाद नक्सलियों ने बस्तर में बैनर टाँग कर भाजपा नेताओं को धमकी दी है। नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर के माध्यम से कहा कि जनजातीय समुदाय के लोगों की मौत की जिम्मेदार भाजपा है। इसलिए वे लोकसभा चुनाव प्रचार से दूर रहें, वर्ना तिरुपति कटला और कैलाश नाग जैसा अंजाम होगा और मारे जाओगे।
दरअसल, अभी दो-तीन दिन पहले केंद्रीय बलों ने कांकेर जिले में एक मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था। नक्सलियों की इतने बड़े पैमाने पर झटका देने के बाद यह वाकया सामने आया है। उन्होंने दंतेवाड़ा जिले के इंद्रावती नदी के पास छिंदनार, चेरपाल और तुमरीगुंडा मार्ग पर भारी संख्या में बैनर पोस्टर चस्पा किए हैं। हालाँकि, पुलिस ने सभी बैनर-पोस्टर्स को हटा दिया है।
इन बैनर-पोस्टर पर भाजपा नेताओं को चेतावनी दी गई है और उन्हें चुनाव प्रचार से दूर रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है। इसके साथ ही जिले के छिंदनार-तुमरीगुंडा रास्ते पर उन्होंने पेड़ों को काटकर और पत्थरों से सड़क को जाम कर दिया है। नक्सलियों की चेतावनी के बाद इलाके के भाजपा नेताओं में दहशत का माहौल है।
नक्सलियों ने बैनर-पोस्टर और पर्चे में लिखा है, “बीजेपी नेता और कार्यकर्ता चुनाव प्रचार से दूर रहें, आदिवासियों के हत्याओं के लिए बीजेपी के नेता लोग ही जिम्मेदार हैं। चुनाव प्रचार में शामिल होने वाले बीजेपी नेताओं को तिरुपति कटला और बीजेपी नेता रहे कैलाश नाग जैसी सजा मिलेगी।” वहीं, पुलिस ने किसी भी नेता को बिना जानकारी के प्रचार में जाने से मना किया है।
इससे पहले बुधवार (17 अप्रैल 2024) को नक्सलियों ने राज्य के सुकमा जिले के केरलापेदा में पोलिंग बूथ पर चुनाव बहिष्कार को लेकर पर्चे लगाए। इसके अलावा, उन्होंने दंतेवाड़ा जिले के छिंदनार इलाके के पाहुरनार, छोटे करका, चेरपाल, तुमरीगुंडा में नक्सलियों ने बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं को धमकी भरा पत्र जारी किया है। इससे स्थानीय भाजपा नेताओं में दहशत का माहौल है।
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही नारायणपुर जिले में बीजेपी नेता और दण्डवन गाँव के उप सरपंच पंचमदास मानिकीपुरी को घर से अगवा करके उनकी हत्या कर दी थी। नक्सलियों ने कॉन्ग्रेस नेता अमित भद्र और बीजेपी सरपंच बिसेल नाग को भी जान मारने की धमकी दी है। दरअसल, पिछले दो सालों में नक्सलियों ने संभाग के अलग-अलग जिलों में 10 से अधिक बीजेपी नेताओं की अब तक हत्या कर दी है।
दरअसल, नक्सली हमेशा से बस्तर में चुनावों का बहिष्कार करते रहे हैं। चुनाव के दौरान नेताओं की हत्या, अपहरण और चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेने की धमकी अक्सर दी जाती है। इस बार भी उन्होंने ऐसा ही किया है। बस्तर में मतदान प्रथम चरण में ही 19 अप्रैल को होना है। इसको लेकर नक्सली सक्रिय हो गए हैं और जगह-जगह धमकी एवं चुनाव बहिष्कार की पर्ची फेंक रहे हैं।