मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में लव जिहाद का एक ऐसा मामला सामने आया है, जो दोस्तों पर से विश्वास देगी। यह पूरी कहानी लव जिहाद पर आधारित ‘द केरला स्टोरी’ जैसी है। इसमें एक मुस्लिम लड़की ने अपनी एक हिंदू सहेली को अपने मजहब के लड़के से दोस्ती कराई। इसके बाद वह लड़का धमकी देकर लड़की से रुपयों की उगाही करने के साथ-साथ धर्मांतरण का दबाव बनाने लगा।
मामला छिंदवाड़ा के शिवपुरी का है। शिवपुरी थाना के प्रभारी छत्तू सिंह सरेयाम ने बताया कि रावनवाड़ा की रहने वाली युवती ने इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि युवती ने कादिर, साबिर और शबाना खातून के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है और तीनों आरोपितों को दबोच लिया है।
दरअसल, युवती और साबिर, कादिर, शबाना खातून एक ही स्कूल में पढ़ते थे। शबाना उसकी सहेली है। एक दिन शबाना ने लड़की को कादिर का मोबाइल नंबर दिया और कहा कि यह बहुत अच्छा लड़का है। इससे दोस्ती करके बात करो। उसकी बातों में आकर युवती कादिर से बात करने लगी। लगभग पाँच महीने पहले कादिर ने उससे कुछ रुपए उधार माँगे।
युवती ने दोस्त समझकर उसे रुपए दे दिए। इसके बाद कादिर उससे और रुपए माँगने लगा। युवती ने फिर से उसे दे दिए। इसके बाद कादिर की डिमांड बढ़ती गई। इस बार युवती ने रुपए नहीं दिए। इतना ही नहीं, उसने कादिर को दिए उधार को भी वापस माँगा। इससे कादिर भड़क गया। उसने कहा कि उसने उसे कोई पैसे नहीं दिए।
इससे कादिर नाराज हो गया और युवती को धमकाने लगा। कादिर ने कहा कि अगर और रुपए नहीं दिए और इस्लाम अपनाकर मुस्लिम नहीं बनती है तो वह उसके पिता और भाई को वह मार देगा। इस घटना से युवती बेहद डर गई। उसने सारी बात अपने परिजनों को बताई। परिजनों ने ढाँढस बँधाया और उसे लेकर थाने पहुँचे।
थाने में युवती ने तहरीर दी। युवती की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ उगाही की धारा 386, आपराधिक षड्यंत्र रचने की धारा 120-बी, जान से मारने की धमकी 506, 34 और मध्य प्रदेश धर्म स्वातंत्रय अधिनियम 2021 की धारा 5 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपितों की तलाश में दबिश देनी शुरू कर दी। आखिरकार पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। कादिर को पुलिस ने नागपुर से पकड़ा। वहीं, शबाना खातून को परासिया में उसके कार्यस्थल से पकड़ा गया है। इसके साथ ही साबिर को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने तीनों को न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।