UP के गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके में नीतू यादव नाम की एक महिला ने फाँसी लगा कर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मृतका साल 2021 में लव जिहाद का शिकार हुई थी। उसने नवंबर 2021 में अपने पूर्व पति अकरम कुरैशी के खिलाफ बागपत पुलिस में शिकायत भी दर्ज करई थी। उसका विवाद अपने ही पड़ोस के इकबाल नाम के व्यक्ति से भी बताया जा रहा है। नीतू का शव 18 मई 2022 (बुधवार) को उसके घर से मिला।
दिनांक 18.05.22 को थाना लोनी क्षेत्रान्तर्गत एक महिला का शव फंदे पर लटका हुआ मिला था। पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर जाकर कार्यवाही करते हुए शव को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाकर पोस्टमार्टम हेतु पैंनल का गठन किया गया हैं। सभी पहलुओ पर गहनता से जांच की जा रही हैं।@Uppolice @dgpup pic.twitter.com/cQktz3aDhm
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) May 19, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक नीतू यादव का पूर्व पति अकरम कुरैशी उससे फर्जी नाम से मिला था। शादी के बाद कुरैशी ने जबरन इस्लाम कबूलने का दबाव डाला। स्वराज्य की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने 20 दिन पहले मृतका से बात करने का दावा किया है। उन्होंने नीतू जैसी महिला द्वारा आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर हैरानी जताई है।
Extremely sad to share that Neetu is no more. Recieved news of her death from one of her friends today. @ghaziabadpolice is claiming suicide. Honestly, very tough for me to believe. She couldn’t have killed herself while knowing her daughter (with Akram) had no one other than her https://t.co/ioicrYJQQd
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) May 19, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतका की उम्र 32 साल थी। वह लोनी के प्रेमनगर इलाके में अपने परिवार के साथ रहती थी। अकरम कुरैशी के बाद उसने मनीष गुप्ता नाम के व्यक्ति से शादी की थी। फ़िलहाल मनीष और नीतू अलग-अलग रह रहे थे। कुछ समय पहले नीतू का कॉलोनी के ही इकबाल से विवाद हुआ था। इस झगड़े के बाद नीतू से फाँसी लगा कर जान देने की कोशिश की थी। तब घर के लोगों ने नीतू को बचा लिया था। पुलिस नीतू की मौत के बाद हर पहलू की जाँच कर रही है।
मृतका द्वारा दर्ज FIR के मुताबिक अकरम से उसकी पहली मुलाकात जनवरी 2020 में हुई थी। तब नीतू बागपत के बड़ौत में रशीदिया नर्सिंग होम में काम करती थी। अकरम ने अपनी पहचान नीतू से छिपाई और शारीरिक संबंध बनाए। जब नीतू गर्भवती हुई तो अकरम ने अपनी बीवी रुखसार और भाई तनवीर के साथ उसे प्रताड़ित किया और गर्भ गिराने का दबाव बनाया। नीतू जैसे-तैसे इन सभी के चंगुल से बच पाई और 18 नवम्बर 2020 को पुलिस में शिकायत की। तब पुलिस ने अकरम को जेल भेजा। बाद में नीतू ने एक बेटी को जन्म दिया।
मृतका नीतू यादव मूल रूप से बागपत के खेकड़ा गाँव की रहने वाली थी। अकरम से पहले साल 2012 में उसकी शादी परिवार की मर्जी से एक व्यक्ति से हुई थी। साल 2017 में उसका तलाक हो गया था। इस रिश्ते से नीतू को एक बेटा हुआ था। तलाक के बाद नीतू अपने मायके में रहने लगी थीं। 1 साल के बाद घर वालों ने नीतू को घर से निकाल दिया। घर से निकलने के बाद नीतू ने नर्सिंग का कोर्स किया जो 2019 में खत्म हुआ। इसके बाद उसने बड़ौत के रशीदिया नर्सिंग होम में नौकरी मिली थी, जहाँ उसकी मुलाकात अकरम से हुई थी।