जेल में बंद उत्तर प्रदेश का कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद पर योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्रवाई जारी है। उसकी बेनामी संपत्तियों को खंगालने में प्रशासन जुटा हुआ है। लखनऊ में मुख्तार के करीबी सिराज अहमद नाम के एक बिल्डर पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने मुख्तार के करीबी बिल्डर सिराज अहमद के एफआई हॉस्पिटल को सील कर दिया है। इसके साथ ही अस्पताल से सटे सिराज अहमद के एफआई टावर पर भी जल्द कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है। नौ मंजिल वाले इस टावर पर अवैध रूप से बने दो फ्लोर को गिराया जाएगा।
एफआई टावर में दो फ्लोर- 7वाँ और 8वाँ, पर बने 24 फ्लैट और 9वें फ्लोर पर बने तीन पेंट हाउस को अवैध घोषित कर एलडीए नोटिस दे चुका है। इसके बेसमेंट में पार्किंग के लिए जगह बनाई गई थी, लेकिन उसमें दुकान और दफ्तर आदि बना दिए गए थे। LDA ने पार्किंग स्पेस में बने इन निर्माणों को ध्वस्त कर दिया है।
दरअसल, मुख्तार के करीबी बिल्डर शोएब इकबाल, मोनिस इकबाल, सिराज अहमद और माइकल के खिलाफ कैसरबाग में मामला दर्ज किया जा चुका है। मोनिस को पुलिस गिरफ्तार कर जेल पहले ही भेज चुकी है, जबकि सिराज और माइकल की तलाश की जा रही है।
बता दें कि इससे पहले 17 दिसंबर 2022 को हाजीपुर और हजरतगंज पुलिस की मौजूदगी में लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली अंतर्गत दो प्लॉटों को कुर्क किया गया था। ये प्लॉट मुख्तार अंसारी की माँ राबिया खातून उर्फ राबिया बेगम और बहन फहमीदा अंसारी के नाम पर दर्ज थे। इन दोनों प्लॉटों की कीमत करीब 8 करोड़ रुपए बताई गई थी।
मुख्तार अंसारी पिछले कुछ समय से यूपी के बांदा जेल में बंद है। उस पर हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, धमकी देने सहित गैंगस्टर ऐक्ट एवं अन्य ऐक्ट में 59 मामले दर्ज हैं। इनमें से 20 मामले अदालतों में अभी लंबित हैं। मुख्तार अंसारी के अलावा, उसके गिरोह के 282 लोगों पर पुलिस कार्रवाई चल रही है। इनमें से 126 पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि 66 पर गुंडा एक्ट में कार्रवाई हुई है। मुख्तार अंसारी के 5 साथियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।
विभिन्न मामलों में कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार अंसारी की 300 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति जब्त की है। वहीं, प्रशासन ने लगभग 283 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति को नष्ट किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अपने पहले कार्यकाल में माफियाराज को खत्म करने का संकल्प लेते हुए उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की बात कही थी। इसके बाद से प्रदेश में पुलिस-प्रशासन ने गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। इनमें से एक मुख्तार अंसारी भी है।