सोशल मीडिया में एक लव जिहाद पीड़िता का वीडियो वायरल है। पीड़ित उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है। उसने जिस अबू आमिर अंसारी पर फँसाकर निकाह और इस्लामी धर्मांतरण का आरोप लगाया है, वह मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला है। फिलहाल अपने परिवार के साथ बरेली में रहता है। पीड़िता के अनुसार अब अबू अंसारी का अब्बा उस पर निकाह कर अपनी बीवी बनने का दबाव डाल रहा है।
पीड़िता के अनुसार 26 अगस्त 2023 को सुसराल वालों ने उसके साथ मारपीट की थी। अगले दिन उसने बरेली के बारादरी थाना में इसकी शिकायत दी। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। शिकायत में पीड़िता ने कहा है कि घटना वाले दिन वह बरेली के मी जॉन क्लीनिक के बाहर से गुजर रही थी। यह क्लीनिक उसके देवर अबू सईद और अबू सूफियान अंसारी चलाते हैं।
पीड़िता के अनुसार इसी दौरान क्लीनिक में काम करने वाला मोहम्मद इमरान उसके पीछे लग गया। उसने उसे जान से मारने की धमकी दी। बताया कि उसे अबू सईद और सूफियान ने भेजा है। शिकायत में इमरान की धमकियों और गालियों का जिक्र है। उसने कथित तौर पर पीड़िता से कहा, “तुम एक हिन्दू हो कर मुस्लिम को कैसे परेशान कर रही हो।” कुछ राहगीरों के आने के बाद इमरान मौके से भाग गया। ऑपइंडिया के पास शिकायत की कॉपी मौजूद है।
खुद को बताया द केरल स्टोरी का जीवित सबूत
ऑपइंडिया से बातचीत में पीड़िता ने फिल्म द केरल स्टोरी की कहानी रियल बताते हुए खुद को इसका जीवित सबूत बताया है। पीड़िता के अनुसार अबू आमिर साल 2006 में पढ़ाई के लिए लखनऊ आया था। यहीं वह उससे अमित बनकर मिला था। थोड़े समय के मेलजोल के बाद अबू ने उसे अपने भाई अबू सईद और बहन रानी उम्मे हबीबा से मिलवाया। कथित तौर पर ये दोनों भी हिंदू बनकर उससे मिले थे। साल 2010 में अबू आमिर दिल्ली चला गया, लेकिन उसकी पीड़िता से बातचीत जारी रही।
मुस्लिम से निकाह पर घर वालों ने छोड़ा साथ
पीड़िता ने बातचीत में दावा किया कि थोड़े समय बाद उसे अबू आमिर के मुस्लिम होने का पता चल गया था। लेकिन तब तक वह उसका उसका ब्रेनवॉश कर चुका था। शादी की बात आमिर अपनी बहन की निकाह का बहाना बना काफी समय तक टालता रहा। 14 जून 2020 को आमिर और पीड़िता का निकाह अलीगढ़ क्वार्सी थाना क्षेत्र की गौसिया मस्जिद में हुआ। पीड़िता का कहना है कि निकाह के दौरान ही उससे इस्लाम कबूल करवाकर मुस्लिम नाम दे दिया गया था।
पीड़िता के अनुसार ब्रेनवॉश की वजह से उस समय उसे अपने परिजनों की नसीहत ठीक नहीं लगी। निकाह के बाद घर वालों ने उससे रिश्ते तोड़ लिए। कथित तौर निकाह के दौरान पीड़िता से हिंदू धर्म का पालन करने की छूट का वादा किया गया था। पीड़िता ने निकाह के बाद हिन्दू तौर-तरीके अपनाए रखे। लेकिन कुछ दिनों बाद अबू आमिर के परिवार वाले पीड़िता को प्रताड़ित करने लगे। पीड़िता ने इस प्रताड़ना के खिलाफ अलीगढ़ पुलिस को अक्टूबर 2020 में शिकायत दी थी। शिकायत में पीड़िता ने अपने ससुर अबू हुरैरा, सास सईदा खातून, देवर अबू सईद और अबू सूफियान, देवरानी फरहत हुमा, ननद उम्मे हबीबा रानी और उम्मे रबीबा के खिलाफ IPC 498 A के तहत घेरलू हिंसा की FIR दर्ज करवाई थी।
बरेली गई तलाश में तो हुई मारपीट
शिकायत में पीड़िता ने ससुराल वालों पर खुद को घर से बेदखल करने की साजिश का आरोप लगाया है। पीड़िता ने अलीगढ़ वाले मकान पर अपना दावा जताते हुए कोर्ट में केस भी किया था। उसका दावा है कि साल 2022 में वह केस जीत भी गई। लेकिन कोर्ट के आदेश के बावजूद पुलिस उसे शौहर के मकान पर कब्जा दिलाने में नाकाम रही।
पीड़िता का कहना है कि कोर्ट में केस हारने के ससुराल के लोग अलीगढ़ के घर में ताला लगाकर बरेली शिफ्ट हो गए। उन्होंने निचली कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ अपील भी कर रखी है। पीड़िता के अनुसार वह ससुराल वालों की तलाश में बरेली गई थी, जहाँ 27 अगस्त 2023 को उसके साथ मारपीट की घटना हुई।
ससुर से निकाह का दबाव
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता के ससुर अबू हुरैरा ने उसे अपनी बीवी बना कर रखने का दबाव बनाया। लड़की के शौहर अबू आमिर ने भी इस इच्छा में अपनी रजामंदी जताई। बीच में अबू हुरैरा ने पीड़िता से जबरदस्ती करने की भी कोशिश की। लड़की का आरोप है कि आरोपित चाह रहे थे कि वह तनाव में आत्महत्या कर ले। पीड़िता का कहना है कि उसने अपनी ससुराल में साफ कर दिया था कि वह 4 बीवियों वाले नियम नहीं मानती। इसके बाद आरोपितों द्वारा पीड़िता की कथित तौर पर पिटाई की गई।
थाना बारादरी, पुलिस द्वारा प्रकरण के संबंध में जांच की जा रही है।
— Bareilly Police (@bareillypolice) September 1, 2023
ऑपइंडिया से हुई बातचीत में भी पीड़िता ने अपने ससुर को आपराधिक छवि वाला बताया। पीड़िता के आरोपों पर बरेली पुलिस जाँच कर रही है।