उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं को नमाज़ पढ़ाने का मामला सामने आया है। इस मामले में हुई विभागीय जाँच में 3 कर्मचारियों को दोषी पाया गया है। स्कूल की इंचार्ज मीरा यादव को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं सहायक अध्यापिका तहजीब फातिमा और शिक्षामित्र ममता मिश्रा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। शनिवार (21 अक्टूबर 2023) को इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ। इस मामले में हिन्दू संगठनों ने नाराजगी जताते हुए आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग उठाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला लखनऊ के ठाकुरगंज थानाक्षेत्र का है। यहाँ के नेपियर रोड पर एक सरकारी प्राइमरी स्कूल है, जहाँ लगभग 106 छात्र-छात्राएँ पढ़ाई करते हैं। स्कूल के आसपास मिश्रित आबादी है। विद्यालय में मुस्लिम छात्रों की संख्या अधिक होने का भी दावा किया जा रहा है। शनिवार को यहाँ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। वायरल वीडियो में दीवार के पास कुछ छात्राएँ हिजाब में दिख रही हैं। वो एक जगह खड़ी हो कर नमाज़ पढ़ती दिख रही हैं।
लखनऊ में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय में छात्राओं के नमाज़ पढ़ने का वीडियो हुआ वायरल। हिंदू संगठनों ने इस घटना के बाद किया हंगामा। स्कूल की इंचार्ज मीरा यादव पर नमाज पढ़वाने का आरोप लगा। ठाकुरगंज के नैपियर रोड कॉलोनी में है स्कूल। pic.twitter.com/abp0WNKDhM
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) October 21, 2023
यह वीडियो एक दिन पहले शुक्रवार (20 अक्टूबर 2023) को हुई जुमे की नमाज़ का बताया जा रहा। इसे स्कूल की बॉउंड्री से बाहर खड़े होकर किसी व्यक्ति ने बनाया था। वीडियो बनाने वाले ने ये नजारा पहली बार देखने का दावा किया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद स्कूल में हिन्दू संगठन से जुड़े लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। हिन्दू संगठन के लोग जब स्कूल पहुँचे, तब उन लोगों की इंचार्ज मीरा यादव से बहस भी हुई। इस बहस का भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
मीरा यादव तो विरोध कर रहे लोगों को ही हड़काती नजर आईं। उन्होंने कॉल करके अधिकारियों को बुलाने की धमकी भी दी थी। साथ ही स्कूल में नमाज़ का विरोध कर रहे लोगों से कहा था, “दिमाग खराब कर रखा है। खाला जी का घर समझ रखा है क्या, जो चले आए।” इंचार्ज मीरा यादव ने विरोध करने वाले लोगों पर बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब करने का आरोप लगाया और 3 बजे के बाद आने के लिए कहा।
विवाद बढ़ने के बाद यह मामला लखनऊ के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार के संज्ञान में आया। उन्होंने फ़ौरन ही इस मामले में जाँच कमिटी का गठन करते हुए जल्द रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। जाँच कमिटी ने अपनी रिपोर्ट BSA (बेसिक शिक्षा अधिकारी) को सौंप दी। इस रिपोर्ट में स्कूल की इंचार्ज मीरा यादव के साथ सहायक अध्यापिका तहजीब फातिमा और शिक्षामित्र ममता मिश्रा को भी दोषी बताया गया।
जाँच रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया दोषी पाने पर अधिकारियों ने इंचार्ज मीरा यादव को निलंबित करते हुए ममता मिश्रा और तहजीब फातिमा को चेतावनी जारी की है। मामले की विस्तृत जाँच अभी जारी है। जाँच अधिकारी खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार को यह रिपोर्ट आगे की कार्रवाई के लिए 15 दिनों में अधिकारियों के पास भेजनी है। निलंबित मीरा यादव को उनके पद से हटा कर ब्लॉक संसाधन केंद्र अटैच कर दिया गया है।