उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में क्रिकेट मैच को लेकर मदरसा दारुल उलूम फैज ए आम के छात्रों और कुछ स्थानीय युवकों के बीच आपसी झड़प हुई और बात मारपीट तक पहुँच गई। इस दौरान दोनों पक्षों में ईंट पत्थर चले। लड़ाई-झगड़े में मदरसे के 4 छात्र घायल हो गए। मदरसे के छात्रों ने आरोप लगाया कि युवकों ने उनके साथ मारपीट की, उनके कपड़े भी फाड़े। इस संंबंध में 6 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है।
यह घटना उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र जीआईसी मैदान की है। यहाँ दारुल उलूम मदरसे में पढ़ने वाले अब्दुल वारिस (13 साल), मोहम्मद मकदूम (14 साल), मोहम्मद अली (13 साल) और मोहम्मद हारुन अपने साथियों के साथ क्रिकेट खेलने गए थे। इसी दौरान वहाँ इनका दूसरे लड़कों (मोहन, पंकज, सोहन और उनके साथियों – लड़के वयस्क हैं या नहीं, यह साबित नहीं है इसलिए नाम बदलकर लिखा गया है) से विवाद हो गया।
मदरसे तक जब छात्रों से मारपीट की घटना पहुँची तो इसने तनाव का रूप ले लिया। घटना की प्रतिक्रिया स्वरूप मुस्लिम समुदाय के लोग जामा मस्जिद के पास इकट्ठा होना शुरू हो गए। यहाँ पुलिस और आला अधिकारियों ने उनके बीच पहुँचकर पूरी घटना की विस्तृत जानकारी ली।
पत्रिका की खबर के अनुसार क्षेत्राधिकारी (नगर) उमेश त्यागी ने पूछताछ के बाद बताया, “क्रिकेट खेलने के दौरान बच्चों के बीच आपस में लड़ाई हुई है, जिसमें तीन को चोटें आई हैं। इनका ईलाज कराया गया है और पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
गौरतलब है कि एक ओर जहाँ इस मामले को अधिकारी क्रिकेट को लेकर हुई लड़ाई बता रहे हैं वहीं कुछ लोग इसे मॉब लिंचिंग की घटना दिखाकर पेश कर रहे हैं। शहर के जामा मस्जिद के इमाम निसार अहमद मिस्बाही ने तो यहाँ तक बोला है कि अगर नामजद अभियुक्तों के ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं होती है तो कुछ भी हो सकता है।
पत्रिका की वीडियो के मुताबिक इमाम ने कहा, “…आम तौर पर खेलने कहीं न कहीं जाते हैं। आज हमारे 2 बजे नमाज पढ़के 10-12 बच्चे छोटे-छोटे किसी की 12 साल, 13 साल, 14 साल उम्र है, जीआईसी ग्राउंड रेलवे के पास क्रिकेट खेल रहे थे। चार लड़के आए बड़े-बड़े और… एक्शन क्या है हमारा, अभी तो कोतवाल साहब हमारे आ गए हैं, चौकी इंचार्ज हैं आपके सामने, जो कानूनी प्रक्रिया है, वो की जा रही है, FIR की जा रही है। लेकिन चूँकि प्रशासन को हमने नाम और चेहरे सब सौंप दिए हैं, तीन आदमी की शिनाख्त कर दी है चार में से। कल हमारा जुमा है, अगर कल जुमा तक गिरफ्तारी नहीं हुई तो फिर हम बहुत… जो एक्शन कहीं भी नहीं हुआ होगा, वो होगा। चूँकि उन्नाव में अमन-शांति बनाने के लिए पूरी कोशिश की गई, और हमारे जिले में प्रशासन ने और हमारे यहाँ की पब्लिक ने ऐसा नहीं होने दिया। इसीलिए चार आदमी ने खराब किया है, अब प्रशासन की जिम्मेदारी है कि ये माहौल न बिगड़ने दे वरना जुमा है, कल कुछ भी हो सकता है।”