मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित एक स्कूल में कथित धर्मांतरण को लेकर हिंदू संगठनों के विरोध प्रदर्शन की खबर है। आरोप है कि सेंट जोसेफ स्कूल में नारेबाजी, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की गई। घटना 6 दिसंबर 2021 (सोमवार) की है जब स्कूल में 12वीं की परीक्षा हो रही थी। आक्रोशित लोगों ने स्कूल मैनेजमेंट पर कार्रवाई की माँग की है। हालाँकि विश्व हिन्दू परिषद ने किसी भी हिंसक घटना से इनकार किया है।
विदिशा के निजी स्कूल में जमकर हुआ बवाल,धर्मांतरण के विरोध के नाम पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाजी करने का आरोप,जमकर हुई तोड़फोड़#MPnews #vidisha #stonepelters pic.twitter.com/lS1vD5zGEj
— News18 MadhyaPradesh (@News18MP) December 6, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हिन्दू संगठनों ने स्कूल के अंदर 8 छात्रों के धर्मान्तरण का आरोप लगाया है। इस संबंध में प्रशासन को ज्ञापन भी दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है। साथ ही तोड़फोड़ करने वालों पर IPC के तहत केस भी दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी (SDOP) भारत भूषण शर्मा ने यह जानकारी मीडिया को दी।
“We had made adequate Police arrangements, had tried to stop them. A memorandum has been received,” says SDM Roshan Rai.
— ANI (@ANI) December 7, 2021
“Police personnel present here. All children are safe. Nuns are also here, they’re safe too. TI and Asst TI are present here,” says SDOP Bharat Bhushan Sharma pic.twitter.com/c6Ah4VXnuU
स्कूल प्रशासन ने खुद पर लगे सभी आरोपों को नकारा है। स्कूल के प्रिंसिपल ने इसको 2 समुदायों के बीच दूरी पैदा करने की साजिश बताया। इस घटना के लिए उन्होंने कुछ यूट्यूब चैनलों की खबरों को जिम्मेदार ठहराया। कर्मचारियों की सुरक्षा की माँग करते हुए झूठी खबर चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। स्कूल के मैनेजर ब्रदर एंथोनी ने पुलिस पर पर्याप्त सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक, “सिर्फ 2 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे। जिन 8 बच्चों के धर्मान्तरण के आरोप पर हंगामा हुआ वे हमारे स्कूल के छात्र नहीं थे।”
#CONVERSION #MADHYAPRADESH
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) December 5, 2021
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पास पहुंची चौंकाने वाली शिकायत. इसके अनुसार विदिशा का एक नामी कान्वेंट स्कूल ईसाई मिशनरियों के साथ मिलकर गैरकानूनी तरीके से बच्चों का मतांतरण करवा रहा है.
जानें क्या है पूरा मामला..?https://t.co/5rE3SNXxFo
विश्व हिन्दू परिषद ने हिंसा को नकारते हुए बताया कि स्कूल के अंदर कलावा तक पहनने से रोका जाता है। VHP कार्यकर्ता नीलेश अग्रवाल के मुताबिक स्कूल में बच्चों को तिलक लगाने से रोका जाता है। दूसरे धर्म के बच्चों से अन्य धर्मों की प्रार्थना करवाई जाती है। धर्मान्तरण के निशाने पर ख़ासतौर से गरीब बच्चों को रखा जाता है। उन्होंने कहा हम सप्ताह भर से इसके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।
अहिरवार समाज संघ ने इस संबंध में 4 दिसंबर को विदिश के डीएम से शिकायत की थी। इसमें कहा गया है कि 8 हिंदू बच्चों का पानी छिड़क कर ईसाई धर्मांतरण कराया गया। स्कूल की आड़ में धर्मांतरण रैकेट चलाने का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि इस स्कूल के खिलाफ 2018 में फीस नहीं देने पर एक हिंदू छात्र को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए ABVP ने प्रशासन से शिकायत की थी।