राजस्थान के करौली में पुजारी की हत्या के 4 महीने के भीतर अब राजधानी जयपुर के एक मंदिर में सेवादार की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। ये वारदात सोडाला इलाके में राकड़ी स्थित मेहरा समाज के राकेश्वर महादेव मंदिर की है। सोमवार (जनवरी 25, 2021) की देर रात को मंदिर के 75 वर्षीय वृद्ध सेवादार (केयरटेकर) गिरिराज मेहरा की हत्या कर दी गई। उनके मुँह में कपड़ा ठूँसा हुआ था और हाथ-पाँव रस्सी से बाँध डाले गए थे।
मंगलवार की सुबह 6:30 बजे कुछ महिलाएँ जब पूजा के लिए पहुँची तो उन्होंने देखा कि मंदिर का कपाट बंद था, जबकि उस समय तक उसे खोल दिया जाता था। उक्त मंदिर आजाद नगर कॉलोनी में स्थित है। इसका संचालन ‘महरा समाज सेवा समिति’ करता है। जब महिलाओं के काफी आवाज़ लगाने के बाद भी मंदिर का दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने सेवादार गिरिराज मेहरा के बेटे राजेंद्र को फोन किया।
आधे घंटे बाद सुबह के 7 बजे राजेंद्र मंदिर में पहुँचे। जब वो दीवार फाँद कर मंदिर के भीतर घुसे तो उन्होंने देखा कि उनके पिता की लाश पड़ी हुई थी। उनका शव एक बिस्तर पर पड़ा हुआ था। हाथ-पाँव बाँधने के लिए प्लास्टिक की नई रस्सी का इस्तेमाल किया गया था। न सिर्फ मुँह में कपड़ा ठूँस डाला गया था, बल्कि चेहरा भी कपड़े से ढका हुआ था। पुलिस को वारदात के बारे में सूचित किया गया। घटनास्थल पर 50 पुलिसकर्मियों की टीम पहुँची।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा और डीसीपी साउथ हरेंद्र महावर वहाँ पर डॉग स्क्वायड, एफएसएल टीम और फिंगर प्रिंट टीम को लेकर जाँच के लिए पहुँचे। मृतक गिरिराज मेहरा विगत 10 वर्षों से मंदिर में बतौर सेवादार कार्यरत थे। मंदिर से मात्र आधा किलोमीटर दूर ही उनका घर है, जहाँ वो अपनी पत्नी, दो बेटों व अन्य परिजनों के साथ रहते थे। वो रात्रि को प्रतिदिन 8 बजे मंदिर का कपाट बंद कर दिया करते थे।
अन्य दिनों की भाँति सोमवार को भी उनका बेटा उनके लिए भोजन लेकर आया था और फिर चला गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि सेवादार गिरिराज का सबसे अच्छा व्यवहार व रिश्ते थे, ऐसे में रंजिश की आशंका नहीं है। पुलिस ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए कहा कि कमरे के नजदीक मंदिर के ऑफिस के ताले टूटे हुए थे। मंदिर के पास स्थित पार्क में कुछ नशाखोर भी बैठते हैं, जिन्हें असामाजिक तत्व बताया जा रहा है।
#Jaipur में मंदिर के पुजारी की हत्या
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) January 26, 2021
सोडाला थाना इलाके के राकड़ी इलाके की घटना, हाथ-पैर बांध कर पुजारी गिर्राज मेहरा को उतारा मौत के घाट @DrSharadPurohit @jaipur_police @IgpJaipur #RajasthanWithZee pic.twitter.com/wGFPyytYoA
पुलिस को आशंका है कि मंदिर पार्क में आकर नशा करने वाले किसी व्यक्ति के साथ सेवादार की टोका-टोकी या बहस हुई होगी, जो हत्या का कारण बना। चोरी के एंगल से भी जाँच की जा रही है। पुलिस का मानना है कि वारदात में किसी स्थानीय व्यक्ति का हाथ हो सकता है। या फिर हत्या के कारण को छिपाने के लिए इसे चोरी का रूप दिया गया हो सकता है। फ़िलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है।
अक्टूबर 2020 में राजस्थान के करौली जिला स्थित सपोटरा तहसील के बूकना गाँव में पुजारी बाबूलाल वैष्णव की मौत के मामले ने प्रदेश में हलचल मचा दी थी। प्रशासन इस मामले को शुरुआत में ‘आत्मदाह’ बताती रही थी। पुजारी ने मौत से पहले ही आरोपित कैलाश का नाम ले लिया था, बावजूद इसके उसे गिरफ्तार करने में पुलिस ने 24 घंटे का समय लगा दिया था। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने पीड़ित परिवार की मदद की थी।