मुंबई पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (Mumbai ATS) ने राजधानी में अवैध रूप से रह रहे चार और बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने फर्जी कागजात के आधार पर वोटर कार्ड भी बनवा रखे हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इन लोगों ने इस बार के लोकसभा चुनावों में वोट भी डाला था। इसके अलावा, एटीएस ने 5 बांग्लादेशियों की पहचान की है, जिनकी तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार किए सभी चारों आरोपितों को ATS मुंबई के मझगाँव कोर्ट पहुँची है। इस मामले में फारुख शेख को 14 जून तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। बाकी आरोपितों को जेल कस्टडी में भेज दिया गया है। जाँच में सामने आया है कि ये सभी बांग्लादेशी नागरिक गुजरात में रहकर फर्जी पासपोर्ट बनाया करते थे, जिसका इस्तेमाल करके कुछ लोग विदेश में जाकर नौकरी भी कर रहे हैं।
Mumbai ATS arrested 4 Bangladeshi nationals living in Mumbai with fake documents, 5 more Bangladeshis have been identified by ATS, and they are being searched. ATS has revealed that the accused had also voted in Lok Sabha elections as they also obtained voter ID cards based on…
— ANI (@ANI) June 11, 2024
जिन चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, वे हैं- रियाज हुसैन शेख, सुल्तान सिद्दीकी शेख, इब्राहिम शफीउल्लाह शेख और फारूक उस्मान गनी शेख। रियाज हुसैन शेख 33 साल का है और यह इलेक्ट्रिशियन का काम करता है। यह यमुनानगर, मिल्लतनगर, लोखंडवाला, अंधेरी (पश्चिम) में रहता था। यह हृदयनगर, जिला नोवाखाली, बांग्लादेश का रहने वाला है।
दूसरा आरोपित सुल्तान सिद्दीकी शेख 54 साल का है। यह अंबुजवाडी, आझाद नगर, मालवणी, मालाड, मुंबई में रहता था और यहाँ वह रिक्शा चलाने का काम करता था। सुल्तान सिद्दीकी सिनोदी, पो. चंदेहाट, तहसिल बाटोया, जिला सदर नोवाखाली, बांग्लादेश का रहने वाला है।
तीसरे आरोपित इब्राहिम शफीउल्लाह शेख 46 साल का है। यह म्हाडा कॉलनी और माहुल गाँव में रहता था और सब्जी बेचने का काम करता था। जाँच में ATS को पता चला कि इसका असली पता साहेबर हाट, कादीरपुर, थाना बेगमगंज, जिला नोवाखाली, बांग्लादेश का रहने वाला है।
चौथे आरोपित का नाम फारूक उस्मान गनी शेख है और यह 39 साल का है। फारूक ओशिवरा, जोगेश्वरी (पश्चिम) में रहता था। जाँच में एजेंसी को पता चला कि यह कबीर हाट, मोनीनगर, जिला नोवाखाली, बांग्लादेशी का रहने वाला है। इस मामले में 5 अन्य बांग्लादेशियों की पहचान हुई है, जो फरार हैं। इनकी तलाश चल रही है।
ये गुजरात के सूरत से फर्जी भारतीय दस्तावेज बनाकर नागरिक के तौर पर मुंबई में अवैध रूप से रह रहे थे। बाकी के फरार 5 में से एक बांग्लादेशी नागरिक भारत का फर्जी कागजात बनाकर सऊदी अरब में नौकरी के लिए गया था। इसका भी खुलासा एजेंसी ने किया है। ये सभी वर्षों पहले भारत में अवैध रूप से घुसे थे।