महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते को प्रकोप को देखते हुए गृह मंत्रालय ने शनिवार (मई 16, 2020) को जम्मू-कश्मीर से सीएपीएफ (CAPF) की 10 कंपनियों को हटाने और ऐसी 9 कंपनियों को महाराष्ट्र में भेजने का आदेश जारी किया, ताकि रमजान के समय में पुलिस को कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने में थोड़ी राहत मिल सके।
बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा 30,000 के पार पहुँच चुका है और 1000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश के जम्मू क्षेत्र से 1,000 से अधिक जवानों की 10 इकाइयों को हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में तैनात अर्द्धसैनिक बलों की किसी ईकाई को छुआ नहीं गया है।
बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने जो 9 कंपनियाँ महाराष्ट्र में तैनात करने का आदेश दिया है, उसमें से 4 रैपिड एक्शन फोर्स से, 2 केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स से और 3 केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा फोर्स से हैं।
अधिकारियों ने बताया कि महाराष्ट्र के लिए पाँच कंपनियाँ जम्मू से बुलाई गई हैं और बाकी चार कंपनियाँ आरएएफ की मुंबई स्थित इकाई से तैनात किए जाने का आदेश दिया गया है।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने शनिवार को बताया कि कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान पुलिस बल पर काम के अत्यधिक बोझ से राहत देने के लिए मुंबई में कोरोना से अत्यधित संक्रमित इलाकों- पुणे, मालेगाँव और अमरावती में CAPF की कंपनियों को तैनात किया जाएगा।
इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान पुलिस बल पर काम के अत्यधिक बोझ का हवाला देते हुए उसे राहत देने के लिए हाल ही में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 20 कंपनियों को तैनात किए जाने की माँग की थी।
अनिल देशमुख ने कहा था कि राज्य के पुलिसकर्मी रात-दिन काम कर रहे हैं और कई जवान कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, ऐसे में इन्हें आराम दिए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने ट्विटर पर जारी एक वीडियो संदेश में कहा था, “ईद का त्योहार भी करीब है और कानून-व्यवस्था को पूरी तरह सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए पुलिस को थोड़ा आराम चाहिए। हालाँकि, हमने केंद्र से CAPF की 20 कंपनी तैनात किए जाने का अनुरोध किया है।”