मध्य प्रदेश के इटावा में बुधवार (जुलाई 31, 2019) को पुलिस चौकी से सिर्फ 20 कदम की दूरी पर उधारी के लेन-देन के चलते त्रिलोक नगर निवासी राजेंद्र पदरबार (38 वर्ष) को सार्वजनिक रास्ते पर बाँधकर पीटा गया। जिन्हें रुपए लेने थे, वे युवक के पैर बाँधकर घसीटते हुए ले गए। घटनास्थल पर जब एसआई पवन यादव पहुँचे तो आरोपितों ने उनसे भी कहासुनी की।
रुपए के लेन-देन को लेकर बुधवार शाम उज्जैन रोड स्थित इटावा में एक युवक के साथ कुछ लोगों ने जमकर मारपीट की। गुंडागर्दी करते हुए आरोपितों ने युवक को पहले रस्सी से बाँधकर रोड पर घसीटा और बाद में पेड़ से बाँधकर जमकर पीटा।
इसके बाद पुलिस जैसे-तैसे युवक को छुड़ाकर जिला अस्पताल ले गई। घटना के बाद रात में भारी पुलिस ने आरोपितों के घर दबिश दी। मौके से कुछ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने 15 आरोपितों के खिलाफ प्राणघातक हमले सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, त्रिलोक नगर निवासी राजेंद्र, पिता विक्रम सिंह पंवार का पुष्पकुंज कॉलोनी में रहने वाले रतन व रामसिंह झारेवाले से रुपए का लेन-देन है। उसी को लेकर शाम करीब पाँच बजे आरोपित रतन, रामसिंह झारेवाले व उनके बेटों सहित अन्य लोगों ने राजेंद्र पर हमला कर दिया। इसके बाद आरोपितों ने राजेंद्र के पैर में रस्सी बाँध दी और उसे घसीटते हुए आरके होटल के यहाँ लेकर गए। इस दौरान आरोपितों ने राजेंद्र के साथ जमकर मारपीट की। आरोपितों ने आरके होटल के समीप राजेंद्र को पेड़ से बाँध दिया और मारपीट करते रहे।
वहीं, घायल राजेंद्र पंवार का कहना है कि वो जब सामान लेने लिए बाजार जा रहा था उसी दौरान रामसिंह के घर पर पहले से ही योजना बनाकर आरोपितों ने पीड़ित राजेंद्र को घेर लिया और उसके साथ मारपीट की। राजेंद्र का कहना है कि जबरन उसकी जेब में चाकू रखा गया और उसकी जेब में रखे करीब एक लाख रुपए भी छीन लिए। पीड़ित राजेंद्र ने बताया कि इससे पहले भी आरोपितों ने उनके साथ मारपीट की थी लेकिन उन्होंने इस बारे में कभी शिकायत नहीं की।
आरोपित पक्ष के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे जिस कारण किसी ने भी बीच-बचाव नहीं किया और मूकदर्शक बनकर देखते रहे। कुछ लोगों द्वारा पुलिस को सूचना देने पर सिविल लाइंस थाने के एसआई पवन यादव व आरक्षक मौके पर पहुँचे। उन्होंने भीड़ के बीच से राजेंद्र को निकालने का प्रयास किया तो आरोपितों ने उनके साथ भी धक्कामुक्की की। इसके बाद जैसे-तैसे राजेंद्र को डायल-100 में बैठाकर जिला अस्पताल भेजा गया। उधर बाद में भारी पुलिस बल मौके पर पहुँचा।