झारखंड में बाइक चोरी के इल्जाम में भीड़ द्वारा पीटे गए तबरेज अंसारी की मौत में एक नया खुलासा हुआ है। दरअसल, तबरेज की मौत जहर देने या फिर ब्रेन हैमरेज के कारण नहीं हुई बल्कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। इसका बात का खुलासा हाल में आई विसरा रिपोर्ट में हुआ।
दरअसल, तबरेज की मौत पर डॉक्टरों द्वारा दिए अलग-अलग बयानों ने प्रशासन को हैरानी में डाल दिया था। इसलिए पोस्टमार्टम के बाद तबरेज के विसरा को राँची जाँच के लिए भेजा गया। राँची में प्रयोगशाला में जाँच के बाद रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दी गई और फिर उसे मंगलवार को डीसी.ए दोड्डे को सौंपा गया। रिपोर्ट में बताया गया कि तबरेज की मौत के पीछे का कारण उसका जहर खाना नहीं था, बल्कि तनाव के कारण दिल का दौरा आना था।
फिलहाल, प्रशासन इस मामले में जाँच के लिए कार्डियोलॉजिस्ट और एमजीएम व अन्य संस्थानों के एक्सपर्ट्स की एक नई उच्च-स्तरीय समिति का गठन करने पर विचार कर रहा है।
झारखंड के विपक्षी नेता हेमंत सोरेन ने इस पूरे मामले में विसरा रिपोर्ट का मजाक उड़ाया है। उन्होंने इस रिपोर्ट के बहाने सरकार को आड़े हाथों लेने का प्रयास किया। उन्होंने कहा जब भुखमरी के कारण कोई मौत होती है तो सरकार दावा करती है कि यह एक बीमारी के कारण हुआ और जब कोई व्यक्ति सरकारी उदासीनता के कारण स्वयं को फाँसी देता है तो वह व्यक्तिगत समस्या के कारण होता है। अब जब भीड़ ने पीटकर मौत के घाट उतार दिया तो सरकार कह रही है कि यह दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई।
बता दें तबरेज की हत्या के इल्जाम में 11 लोगो को गिरफ्तार किया गया था। जिनमें कमल महतो, सुमंत महतो, नामो प्रधान, भीमसेन मंडल, प्रकाश मंडल, कुशल महली, प्रेमचंद महली, महेश महली, सत्यनारायण नायक व चामू नायक समेत 11 आरोपितों का नाम शामिल था।
ये सभी आरोपित अभी जेल में हैं। इनपर आरोप है कि इन्ही लोगों की भीड़ ने चोरी के इल्जाम में पकड़े गए तबरेज की बेरहमी से पिटाई की थी और उससे जबरन जय श्री राम के नारे लगवाए। इस घटना की सूचना के बाद पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार किया ।
प्रभात खबर के मुताबिक आइओ सह आरआइटी थाना प्रभारी, आरएन सिंह ने बताया है कि इन 11 लोगों के ख़िलाफ़ मंगलवार (जुलाई 24, 2019) को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है और मामले की जाँच जारी है। और दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी।