उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का गाँव मवीमीरा। यहाँ 20 रुपए को लेकर हुए एक विवाद को सांप्रदायिक रंग देते हुए समुदाय विशेष के करीब 40 लोगों ने अपने घरों पर ‘यह मकान बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए हैं।
रिपोर्टों के अनुसार दौराला थाना क्षेत्र के इस गाँव में कुछ दिन पहले 20 रुपए की सिगरेट के उधार का तकादा करने पर विवाद शुरू हुआ था। तकादे से नाराज युवक ने कथित तौर पर तगादा करने वाले की पिटाई कर दी जो समुदाय विशेष का था।
ख़बरों के अनुसार पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए समुदाय विशेष के लोगों ने पलायन के पोस्टर लगाए हैं। बताया जा रहा है कि नौशेर गाँव में ही अपने घर में किराने की दुकान करता है। 15 दिसंबर 2020 को गाँव का ही सुंदर नामक युवक उसकी दुकान पर सिगरेट खरीदने पहुँचा था। लेकिन नौशेर ने सिगरेट उधार देने से मना कर दिया। दुकान पर ही खड़े तैयब नाम के एक युवक ने अपनी गारंटी पर सुंदर को 20 रुपए की सिगरेट उधार दिला दी।
सुंदर ने बाद में दुकानदार को पैसे नहीं दिए तो वह तकादा करने लगा। 23 दिसंबर को सुंदर कुछ दोस्तों के साथ कहीं जा रहा था तो तैयब ने उससे दुकानदार के 20 रुपए देने को कहा। दोनों के बीच कहासुनी हुई तो बड़े-बुजुर्गों ने समझाकर मामला ठंडा कराया। आरोप है कि इसके कुछ देर बाद सुंदर और उसके साथियों ने तैयब के घर पर हमला किया। जमकर तोड़फोड़ की और परिवार के लोगों के साथ मारपीट की।
पोस्टर लगाए जाने की बात सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं होने तक पोस्टर हटाने से इनकार कर दिया। पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने किसी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार पीड़ित पक्ष के शकील अहमद, आरिफ का कहना है कि घटना में नामजद तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
वहीं, दौराला के इंस्पेक्टर किरणपाल सिंह का कहना है कि दो पक्षों में मारपीट हुई थी और पुलिस ने दोनों पक्षों के करीब एक दर्जन लोगों को मुचलका पाबंद किया है। उन्होंने बताया कि किसी भी पक्ष ने तहरीर नहीं दी है। दौराला के सीओ संजीव दिक्षित का कहना है कि ग्राम प्रधान चुनाव को लेकर कुछ लोग विवाद को तूल दे रहे हैं।