उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में ‘द केरल स्टोरी’ जैसा मामला सामने आया है। यहाँ एक मुस्लिम महिला पर नाबालिग हिन्दू लड़की को बहला-फुसला कर अपने साथ ले जाने का आरोप लगा है। 2 दिनों के बाद वही लड़की एक मुस्लिम युवक के साथ मिली। पुलिस ने केस दर्ज कर के आरोपित महिला सहित एक मुस्लिम युवक को हिरासत में ले लिया है। मामले की जाँच की जा रही है। घटना बुधवार (6 मार्च 2024) की है।
यह मामला गाजियाबाद के थाना क्षेत्र साहिबाबाद का है। यहाँ की रहने वाली एक हिन्दू महिला ने शनिवार (9 मार्च, 2024) को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में महिला ने बताया है कि 6 मार्च को उनकी 15 वर्षीया बेटी को एक मुस्लिम लड़की अपने साथ बहला-फुसला कर ले गई थी। अरोपिता पीड़िता की पड़ोसन बताई जा रही है। जब पीड़िता की माँ ने अपनी बेटी की खोजबीन शुरू की तो वह 2 दिनों के बाद 8 मार्च को रहीसुद्दीन नाम के एक व्यक्ति के घर मिली। रहीसुद्दीन का घर साहिबाबाद थाना क्षेत्र के ही मुस्तफा मस्जिद के पास बताया गया है।
नाबालिग पीड़िता की माँ ने पुलिस से दोनों आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पुलिस ने मुस्लिम लड़की और रहीसुद्दीन के खिलाफ FIR दर्ज कर के उन्हें हिरासत में ले लिया। दोनों पर IPC की धारा 363 के तहत कार्रवाई की गई है। पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है। हिन्दू संगठनों की मानें तो अभी मेडिकल रिपोर्ट और पीड़िता के बयानों के आधार पर अभी इस केस में कुछ अन्य आरोपितों के नाम प्रकाश में आने और FIR में धाराएँ बढ़ने की आशंका है।
इस संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओ में मुकदमा पंजीकृत किया गया है तथा दोनो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है । अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।
— DCP TRANS HINDON COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@DCPTHindonGZB) March 9, 2024
वीडियो बाइट- एसीपी साहिबाबाद 2/2
ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। गाजियाबाद जिले के हिन्दू संगठनों ने इस घटना के आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने इसे ‘द केरल स्टोरी’ जैसी ही साजिश करार देते हुए उच्चस्तरीय जाँच की माँग भी की है।
बाँध दिए गए थे पीड़िता के हाथ और पैर
ऑपइंडिया ने इस मामले में पीड़िता की माँ से बात की। लड़की की माँ ने हमें पूरी जानकारी के लिए स्थानीय विश्व हिन्दू परिषद के धर्मपरावर्तन जिलाध्यक्ष सुशील सक्सेना से बात करने के लिए कहा। विहिप पदाधिकारी सुनील सक्सेना और विश्व हिन्दू परिषद मातृशक्ति जिलाध्यक्ष ममता मित्तल ने ऑपइंडिया से बात करते हुए कहा कि वो पीड़िता के परिजनों के लगातार सम्पर्क में हैं। इन दोनों ने दावा किया कि पीड़िता को अपने साथ ले जाने वाली लड़की उसकी सहेली थी थी जो संभवतः अभी नाबालिग है।
सुशील और ममता ने दावा किया कि पीड़िता को उसकी सहेली पहले अपनी मामी के घर ले गई थी। यहाँ एक दिन रुकने के बाद लड़की को रहीसुद्दीन की बहन के घर ले जाया गया। यहाँ पर रहीसुद्दीन भी मौजूद था जिसकी उम्र लगभग 25 वर्ष बताई जा रही है। सुशील सक्सेना के मुताबिक यहाँ पीड़िता को कोई नशीली चीज खिला दी गई थी जिस से वो बेसुध हो गई थी। आशंका जताई जा रही है कि इस बेहोशी की हालत में पीड़िता से दुष्कर्म हुआ है। हालाँकि दुष्कर्म की पुष्टि उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाना संभव बताया।
सुशील और ममता ने हमसे बातचीत के दौरान आगे बताया कि नाबालिग हिन्दू लड़की के साथ हुए इस गुनाह में रहीसुद्दीन की मामी और बहन भी शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि साजिशन कई आतंकियों की तरह रहीसुद्दीन को भी मानसिक रोगी साबित करने के लिए उसके परिजन तैयारी में जुट गए हैं। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि आरोपितों को सजा मिलने तक पीड़िता के परिजनों को पूरी सुरक्षा और कानूनी मदद की जाएगी।