दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ के दौरान एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है। एक महिला आंदोलनकारी की सैंडल ही चोरी हो गई, जिसके लिए उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहरा दिया। ग्रेटर नोएडा में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान जब महिला प्रदर्शनकारी नेता की सैंडल गायब हो गई तो उसने कहा कि ये सरकार और पुलिस की साजिश है।
महिला आंदोलनकारी ने अपने परिचय ‘किसान एकता संघ’ नामक संगठन के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर गीता भाटी के रूप में दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस-प्रशासन और सरकार की ‘साजिश’ के तहत उनके पाँवों की सैंडल छीन ली गई है, ताकि वो आगे की लड़ाई न लड़ सकें। महिला ‘किसान नेता’ ने कहा कि वो नंगे पाँव भी किसानों की लड़ाई लड़ेंगी और सैंडल गायब होने के सम्बन्ध में FIR भी दर्ज करवाएँगी।
महिला प्रदर्शनकारी प्रदर्शनकारी नेता ने कहा, “मैं इन लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ूँगी। किसानों के पास तो आज खाने के लिए भी नहीं हैं। हमने जैसे-तैसे रुपए जमा कर के किसी तरह एक सैंडल खरीदी थी। अब ये सैंडल छीन ली गई है। अब ये सैंडल मुझे कौन देगा? ये सरकार मेरी सैंडल दिलावे।” वहाँ उपस्थित लोगों ने ‘बहुत बढ़िया’ कह कर उनका उत्साहवर्धन किया और ‘गेता भाटी जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
ग्रेटर नोएडा : किसान आंदोलन में शामिल महिला नेता की सैंडल हुई गायब….बोली
— News24 (@news24tvchannel) December 7, 2020
“मेरी सैंडल सरकार और पुलिस की साज़िश के तहत हुई गायब, “मोदी सरकार मेरी सैंडल वापस दिलवाए”#किसान_आंदोलन #ViralVideo pic.twitter.com/MsqLfQ46SY
कई लोगों ने उनके इस बयान पर चुटकी भी ली। जहाँ दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से हस्तक्षेप की माँग की, वहीं ‘द स्किन डॉक्टर’ नामक ट्विटर यूजर ने लिखा कि पीएम मोदी इसे ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित कर के संसद सत्र बुला कर सैंडल की व्यवस्था करने की सोच रहे होंगे। वहीं एक व्यक्ति ने तो पीएम मोदी और उनके मंत्रियों से इस्तीफा तक माँग दिया।
उधर राजनेता और पेशेवर प्रदर्शनकारी योगेंद्र यादव पंजाब के किसानों के विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। रविवार (दिसंबर 6, 2020) को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, योगेंद्र यादव ने कहा कि बंद के दौरान आवश्यक वस्तुओं के वितरण की भी अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम रहेगा। किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान कर रखा है।