कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार (19 नवंबर, 2022) को ऑटो में हुए बम धमाके को लेकर जाँच तेज हो गई है। कहा जा रहा है घटना की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) मामले की जाँच कर सकती है। फिलहाल, इस मामले में गिरफ्तार आरोपित मोहम्मद शरीक से पूछताछ की जा रही है। साथ ही, कुछ संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि मोहम्मद शरीक इस्लामी आतंकी संगठन ISIS के हैंडलर्स के संपर्क में था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलुरु में चलते ऑटो में हुए बम धमाके के आरोपित मोहम्मद शरीक के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, एक मोबाइल फोन, दो फर्जी आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं। विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों में जिलेटिन पाउडर, सर्किट बोर्ड, छोटे बोल्ट, बैटरी, वुड पावर, एल्युमीनियम मल्टी मीटर, तार, मिक्सचर जार, प्रेशर कुकर आदि बरामद हुए हैं। पुलिस ने शरीक के जिस घर में छापेमारी की है, वह घर किराए पर लिया हुआ था।
Mangaluru auto blast | Premises were searched and a lot of explosives material, matchboxes, nut bolts, circuits were found. We’ve come to know sources of it because some purchases were made online & some others offline. We’re working on it: ADGP, Law & Order
— ANI (@ANI) November 21, 2022
(Pics 2-4: Police) pic.twitter.com/SWZPhNMAVg
शुरुआती जाँच के बाद पुलिस ने कहा है कि आरोपित मोहम्मद शरीक मंगलुरु की दीवारों पर आपत्तिजनक पेंटिंग करने के मामले में पहले भी जेल चुका है। शरीक को यूएपीए की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल, वह जमानत पर बाहर था।
‘न्यूज 18′ ने एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि आरोपित मोहम्मद शरीक आत्मघाती हमलावर नहीं था, बल्कि वह किसी अन्य जगह बम लगाकर बड़ा विस्फोट करने की फिराक में जा रहा था। इसी दौरान, विस्फोट हुआ है। यही नहीं, शरीक के घर से विस्फोटक सामग्री बरामद होने के बाद कहा जा रहा है कि उसने कई और बम ब्लास्ट की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने सामग्री तैयार कर ली थी। हालाँकि, पुलिस ने अब तक ऐसी पुष्टि नहीं की है।
मोहम्मद शरीक से संबंधों को लेकर तमिलनाडु पुलिस ने नीलगिरि जिले के उधगमंडलम निवासी सुरेंद्रन से पूछताछ कर रही है। ‘दैनिक भास्कर’ की रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध आरोपित ने शरीक के साथ संबंध की बात को स्वीकार किया है। दरअसल, पुलिस शरीक के पास से दो आधार कार्ड मिले थे, जिसमें से एक संदिग्ध आरोपित सुरेंद्रन के नाम पर था।
यही नहीं, बम ब्लास्ट मामले की जाँच कर रही पुलिस का कहना है कि आरोपित मोहम्मद शरीक तमिलनाडु गया था। इस दौरान वह, सिंगनल्लूर में स्थित एक हॉस्टल में संदिग्ध आरोपित सुरेंद्र के साथ रुका था। पुलिस इस बात की भी जाँच कर रही है कि कहीं मोहम्मद शरीक का संबंध इसी साल 23 अक्टूबर को कोयंबटूर बम ब्लास्ट में मारे गए मोहम्मद जोशेमा मुबीन से भी तो नहीं था।
एक रिपोर्ट के अनुसार, शरीक इस्लामिक स्टेट (ISIS) के हैंडलर अराफात अली के संपर्क में था। अराफात पहले ही दो मामलों में आरोपित है और अल-हिंद मॉड्यूल मामले के आरोपी मुस्सविर हुसैन के संपर्क में था। यही नहीं, शरीक दो तीन अन्य संदिग्धों के भी संपर्क में था। इन सभी की पहचान की जा रही है।