राजस्थान के अजमेर जिले में भारतीय सेना में नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। दरअसल, मोइनुद्दीन नामक युवक ने आर्मी में भर्ती होने के लिए खुद को मरा घोषित करते हुए अपना डेथ सार्टिफिकेट बनवा लिया। यही नहीं, आधार कार्ड में अपना नाम मोहिन सिसोदिया कराते हुए सेना में भर्ती भी हो गया था। हालाँकि, अब उसके इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो चुका है और मामले की जाँच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अजमेर जिले के बांदरसिंदरी थाना क्षेत्र अंतर्गत काकनियावास गाँव निवासी मोइनुद्दीन का छोटा भाई आसिफ साल 2018 में सेना में भर्ती हो चुका है। मोइनुद्दीन भी इंडियन आर्मी में शामिल होना चाहता था। लेकिन, वह ओवरएज हो चुका था। इसलिए, उसके अब्बा मोहम्मद नूर ने सरपंच से साठगाँठ करते हुए उसका डेथ सार्टिफिकेट बनवा दिया। मोइनुद्दीन के डेथ सार्टिफिकेट में लिखा था, मोइनुद्दीन की 18 अगस्त 2019 को मौत हो चुकी है।
इसके बाद मोइनुद्दीन ने अपने नजदीकी गाँव नुलू में स्थित बाल कृष्णा भारती स्कूल में मोहिन सिसोदिया के नाम से 9वीं कक्षा में एडमिशन ले लिया। उसका यह एडमिशन मोहिन सिसोदिया नाम से हुआ जिसमें जन्मतिथि 6 नवंबर, 2001 थी। इसके बाद इसी स्कूल से उनसे साल 2019 में दसवीं और साल 2021 में 12वीं पास कर ली।
दसवीं की मार्कशीट के आधार पर मोइनुद्दीन ने आधार कार्ड में भी अपना नाम मोहिन सिसोदिया करवा लिया। इसके बाद, आधार कार्ड के ही सहारे अन्य दस्तावेजों में भी नाम बदलवा लिया। हालाँकि, उसने आधार कार्ड में अपना नाम और जन्मतिथि तो बदल ली थी। लेकिन, आधार नंबर वही रहा।
मोइनुद्दीन के भाई की भूमिका भी संदिग्ध
इस पूरे मामले में मोइनुद्दीन के छोटे भाई की भूमिका भी संदिग्ध है। मोइनुद्दीन का छोटा भाई आसिफ सेना में है और वह अपने बड़े भाई को नौकरी दिलाने की कोशिश में लगा हुआ था। इसलिए, उसने आर्मी के रिलेशनशिप कोटे में मोइनुद्दीन को अपना छोटा भाई बताते हुए आसिफ ने उसकी सिफारिश कर दी। इस सिफारिश के आधार पर मोइनुद्दीन इंडियन आर्मी में भर्ती हो गया और उसकी ट्रेनिंग चल रही थी। इससे पहले की उसकी जॉइनिंग होती इस फर्जीवाड़े मामले का खुलासा हो गया है।
सेना के लेटर से हुआ खुलासा
मोइनुद्दीन सेना में भर्ती हो गया था और वह जैसा चाहता था वैसा ही हो रहा था। हालाँकि, उसकी आर्मी ट्रेनिंग के दौरान साली गाँव निवासी गफूर खान ने मोइनुद्दीन के फर्जीवाड़े की जानकारी सेना को दे दी। इस जानकारी के आधार पर जाँच हुई तो फर्जीवाड़ा खुलकर सामने आ गया। फिलहाल, मोइनुद्दीन को इंडियन आर्मी से बर्खास्त कर दिया गया है और सेना के लेटर के आधार पर उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो गई है।
चूँकि, यह पूरा मामला भारतीय सेना और देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। इसलिए, इस मामले की गहनता से जाँच होना निश्चित है। साथ ही, मामले के आरोपित मोइनुद्दीन व इसमें संलिप्त उसके पिता, भाई और गाँव के सरपंच व स्कूल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध दिखाई दे रही है। ऐसे में, इन सबके खिलाफ भी जाँच होने की संभावना है।