Thursday, November 7, 2024
Homeदेश-समाजचूड़ी खरीदने गई युवती को उठा कर जंगल में ले गया जावेद, 7 अन्य...

चूड़ी खरीदने गई युवती को उठा कर जंगल में ले गया जावेद, 7 अन्य दोस्तों के साथ मिल कर किया गैंगरेप: वीडियो बना कर वायरल किया

घटना के आरोपितों के नाम जावेद, आसिम, इर्तजा, कादिर, इंतजार, रहमान और 2 अन्य अज्ञात हैं। पीड़िता का आरोप है कि अब वह वीडियो इंटरनेट पर वायरल कर दी गई है।

उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद में एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना प्रकाश में आई है। यह घटना मूंढापांडे थानाक्षेत्र में हुई है। घटना के आरोपितों के नाम जावेद, आसिम, इर्तजा, कादिर, इंतजार, रहमान और 2 अन्य अज्ञात हैं। घटना ढाई माह पूर्व की है जिसमें पीड़िता की अश्लील वीडियो भी बनाई गई थी। पीड़िता का आरोप है कि अब वह वीडियो इंटरनेट पर वायरल कर दी गई है। इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर के जांच शुरू कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मूंढापांडे थानाक्षेत्र की पीड़िता ने पुलिस में तहरीर दी है कि करीब ढाई माह पहले वह बाजार में चूड़ी खरीदने गई थी। रास्ते में मिलक गोविंदपुर के जावेद ने उसे जबरन अपनी मोटरसाइकिल पर बिठा लिया। इसके बाद वह उसे ले कर जंगल की तरह चला गया। जंगल में पहले से ही आसिम, इर्तजा कादिर, इंतजार, रहमान और दो अन्य अज्ञात युवक मौजूद थे। पीड़िता के अनुसार उन सभी ने बारी बारी उसके साथ गैंगरेप किया।

इसी दौरान आसिम नाम के एक आरोपित ने पीड़िता का अश्लील वीडियो भी बना डाला। इस वीडियो को दिखा कर पीड़िता को कहीं भी मुँह न खोलने की धमकी दी गई। पीड़िता ने लोकलाज और डर के कारण लम्बे समय तक अपना मुँह बंद रखा। आरोप है कि पिछले 1 नवम्बर 2021 को जावेद और आसिम ने पीड़िता को फिर से बुलाया। पीड़िता ने आने से मना कर दिया तो आरोपितों ने वो वीडियो वायरल करनी शुरू कर दी। तब पीड़िता ने अपने परिजनों को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया।

रिपोर्ट के अनुसार मूंढापांडे थाना प्रभारी संजय कुमार पांचाल ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि नामजद आरोपित जावेद, आसिम, इर्तजा, कादिर, इंतजार, रहमान और दो अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ जाँच में मिले तथ्यों के आधार पर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मंदिर पर हमले के बाद जस्टिन ट्रूडो की नई चिरकुटई: खालिस्तानियों से सुरक्षा का भरोसा नहीं दे रहा कनाडा, भारतीय दूतावास को रद्द करने...

कनाडा ने भारतीय दूतावास के काउंसिलर कैम्प कार्यक्रमों को सुरक्षा देने से मना कर दिया है। इन कैम्प में जीवन प्रमाण दिए जाते हैं।

वक्फ ट्रिब्यूनल होने का मतलब कोर्ट की कोई औकात होना नहीं: केरल हाई कोर्ट ने कर दिया क्लियर, कहा- सिविल कोर्ट को आदेश लागू...

हाई कोर्ट ने कहा कि वक्फ न्यायाधिकरण होने के बावजूद सिविल कोर्ट को पुराने वक्फ विवादों से संबंधित अपने आदेशों को लागू करने का अधिकार है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -