गुजरात के मोरबी में रविवार (30 अक्टूबर 2022) को मच्छू नदी पर बने केबल पुल के टूटने से भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में 141 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हैं। अचानक हुए इस हादसे से जहाँ एक ओर चीख-पुकार मची हुई थी। वहीं, दूसरी ओर मौके पर मौजूद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नदी में छलांग लगाते हुए कई लोगों की जान बचाई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब यह हादसा हुआ तब वहाँ बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता मौजूद थे। इन कार्यकर्ताओं ने पुल टूटने के बाद मची चीख-पुकार के बीच 170 लोगों को नदी में डूबने से बचाया है।
दिव्य भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे के वक्त वहाँ मौजूद बजरंग दल के कार्यकर्ता चिराग परमार ने कहा है कि पुल टूटते ही चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई थी। उन्होंने कहा है “पुल टूटने से पानी में गिरने के बाद कई लोग जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। यह देखने के बाद हम लोग तुरंत ही बचाव कार्य में लग गए। इस दौरान, महिलाओं और छोटे बच्चों के डूबने का दृश्य दिल दहला देने वाला था।”
इस भीषण हादसे को लेकर बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि हर रविवार की तरह सब कुछ ठीक चल रहा था। हर कोई बेहतरीन टाइम बिताने के लिए यहाँ आया था। लेकिन, हँसी की आवाजों के बीच अचानक ही दहशत से भरी हुई चीखें सुनाई देने लगीं। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, 500 लोग नदी में गिर गए। फिलहाल 141 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं जबकि 2 अब भी लापता हैं। पिछले 12 घंटे से नौसेना, वायुसेना और भारतीय सेना के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
इस हादसे के बाद से मोरबी जिले में मातम छाया हुआ है। दिवाली के लिए लगाई गई सभी लाइटें बुझा दी गई हैं। बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए स्वयंसेवक घटनास्थल पर पहुँच गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी समेत कई नेताओं ने अपने कार्यक्रम रद्द करते हुए घटना स्थल का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (1 नवंबर 2022) को मोरबा जाएँगे।
घटना के तुरंत बाद गुजरात सरकार ने मृतकों के परिवार को 4 लाख और घायलों के परिवार को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से हादसे में जान गँवाने वालों के परिवार को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
दरअसल, मच्छू नदी पर बना केबल पुल 140 साल पुराना है। इस पुल के टूटने से पहले के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पुल के टूटने को लेकर विशेषज्ञों ने इस बात की आशंका जताई है कि इसमें इस्तेमाल किए गए केबल पुराने हो चुके थे। साथ ही, पुल में क्षमता से अधिक वजन हो गया था। इसलिए, केबल अधिक वजन नहीं सह सके और टूट गए। जिससे यह हादसा हो गया। हादसे पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने पुल के मेंटनेंस करने वाली कंपनी के मैनेजर समेत लोगों को हिरासत में लिया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है।