पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के हल्दिया में हुगली नदी के किनारे 18 फरवरी को दो शव जली अवस्था में मिले थे। इन शवों की पहचान 40 वर्षीय रमा डे और 22 वर्षीय रिया डे के रूप में हुई है। दोनों मॉं-बेटी उत्तर 24 परगना जिले के न्यू बैरकपुर की रहने वाली थी।
पुलिस ने रविवार (फरवरी 23, 2020) को इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम शेख सद्दाम हुसैन और मंजूर आलम है। सद्दाम ठेकेदार है, जबकि मंजूर उसका कर्मचारी। दोनों दुर्गाचक के रहने वाले हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सोशल मीडिया और कॉल रिकॉर्ड की जॉंच के बाद पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने में सफल रही। बताया जाता है कि सद्दाम के रिया के साथ प्रेम संबंध थे। जब उसने शादी का दबाव डाला तो उसने अपने साथी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया।
पूर्वी मिदनापुर की एसपी इंदिरा मुखर्जी ने कहा, “जिकुरखली घाट के आसपास के इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों ने 18 फरवरी को हुगली के किनारे से धुआँ निकलता देखा। जब ग्रामीणों ने मौके पर जाकर देखा तो दो शव जले हुए मिले। उन्हें दफनाने के लिए कब्र खोद दी गई थी। ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने दो लोगों को भागते हुए देखा। जब तक ग्रामीण घटनास्थल पर पहुँचे तब तक शव लगभग 80 फीसदी जल चुके थे।”
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इंदिरा मुखर्जी ने कहा, “ऑटोप्सी में पता चला कि दोनों शव महिला के हैं और दोनों को जिंदा जला दिया गया।” सद्दाम और मंजूर आलम के सक्रिय तृणमूल कार्यकर्ता होने की बात भी कही जा रही है। हालॉंकि टीएमसी ने इससे इनकार किया है।