मध्यप्रदेश के इंदौर में कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ अपने राजनीतिक संबंधों के कारण चर्चा में रहने वाले कंप्यूटर बाबा का जम्बूड़ी हप्सी गाँव में सरकारी जमीन पर बने अवैध आश्रम को रविवार (8 नवंबर, 2020) सुबह जिला प्रशासन द्वारा ढहा दिया गया। बता दें बाबा राज्य में उपचुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे थे।
कंप्यूटर बाबा के नाम से जाने जाने वाले नामदेव दास त्यागी ने अपना आश्रम 46 एकड़ में फैला रखा था। जानकारी के अनुसार बाबा ने इंदौर में गोमतगीरी क्षेत्र में 2 एकड़ सरकारी स्वामित्व वाली गौशाला भूमि का अतिक्रमण किया था। नगर निगम ने दो महीने पहले कंप्यूटर बाबा को नोटिस दिया था। निगम ने उनसे अवैध संपत्ति को खाली करने और 2000 का जुर्माना भरने के लिए कहा था।
जिला प्रशासन ने रविवार को बुलडोजर के साथ अतिक्रमित स्थल पर पहुँचकर बाबा के अवैध आश्रम को जमींदोज कर दिया। कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में टीम का नेतृत्व एडीएम अजय देव शर्मा और एसडीएम और पुलिस अधिकारियों ने किया। इतना ही नहीं प्रशासन की इस कार्रवाई में बाधा डालने वाले 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।
#WATCH Madhya Pradesh: District Administration today demolished an illegal construction belonging to Computer Baba in Indore.
— ANI (@ANI) November 8, 2020
“Six people have been detained as they tried to obstruct demolition process,” says Additional District Magistrate (ADM), Indore pic.twitter.com/iX7ggDRk0k
गौरतलब है कि कंप्यूटर बाबा को मध्य प्रदेश में पिछली भाजपा सरकार के तहत मंत्री पद दिया गया था लेकिन उन्होंने छह महीने बाद उस पद को त्यागते हुए राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के आलोचक बन गए थे। जिस दौरान उन्हें कॉन्ग्रेस पार्टी के करीब जाते देखा गया था। चुनावों के दौरान कंप्यूटर बाबा ने भोपाल से कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की जीत के लिए हठ योग का आयोजन किया था। उस चुनाव में दिग्विजय का सामना भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से था। कॉन्ग्रेस के सत्ता में आने के बाद उन्हें कमलनाथ सरकार द्वारा रिवर ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
ध्वस्तीकरण की कॉन्ग्रेस नेता ने की आलोचना
कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रशासन की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा, “इंदौर में बदले की भावना से कंप्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूँ।”
इंदौर में बदले की भावना से Computer बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है। यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है। मैं इसकी निंदा करता हूँ।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 8, 2020
कंप्यूटर बाबा का कॉन्ग्रेसी नेता दिग्विजय को समर्थन
उल्लेखनीय है कि कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पिछले साल मई में भोपाल में एक यज्ञ किया था जिसमें कई साधुओं को आमंत्रित किया गया था। वहीं भोपाल लोकसभा सीट से कॉन्ग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में कम्प्यूटर बाबा ने हठ योग किया और भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ जीत का आशीर्वाद दिया था। हालाँकि बाद में साधु (जो अनुष्ठान में उपस्थित थे) ने खुलासा किया कि उनका कॉन्ग्रेस के चुनाव अभियान से कोई लेना-देना नहीं था, और वे नहीं जानते थे कि कार्यक्रम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आयोजित किया गया था।