मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित एक स्कूल में ‘वंदे मातरम’ के साथ ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर छात्रों की पिटाई का मामला सामने आया। दरअसल, स्कूल की ओर से 15 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। इसी दौरान कुछ छात्रों ने ये नारे लगाए। आरोप है कि इसके बाद स्कूल की डायरेक्टर मारिया और टीचर विश्वजीत जायसवाल ने कमरे में बंद कर 10 छात्रों की डंडों से पिटाई कर दी। पीड़ित छात्र की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला उज्जैन जिले के नागदा स्थित ‘मदर मेरी हायर सेकेंडरी स्कूल’ का है। स्कूल में पिटाई के बाद 16 साल के छात्र ने घर जाकर परिजनों से इसकी शिकायत की। इसके बाद परिजन अपने बेटे सहित थाने पहुँचकर आरोपित स्कूल डायरेक्टर और शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पीड़ित छात्र का आरोप है कि डायरेक्टर मारिया व टीचर विश्वजीत जायसवाल ने स्कूल के हॉल में बंद कर 10 बच्चों को बेरहमी से पीटा। यही नहीं, वंदे मातरम के साथ जय श्रीराम के नारे को लेकर छात्रों को कहा गया कि वे हिंदू-मुस्लिम कर रहे हैं। आतंकवाद फैला रहे हैं। साथ ही परिजनों को भी अपशब्द कहा गया।
छात्र का यह भी कहना है कि शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपित स्कूल डायरेक्टर मारिया शेखवात और विश्वजीत जायसवाल के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। जिन 10 छात्रों के साथ मारपीट हुई, उनमें से 5 का मेडिकल कराया गया। वहीं 5 बच्चे अपने गाँव चले गए हैं। इसलिए उनका मेडिकल नहीं हो सका। छात्र ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल में राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान होने के बाद छात्रों से जय मेरियन्स के नारे लगवाए जाते हैं। हालाँकि इसका मतलब भी उसे नहीं पता है।
इस मामले में स्कूल डायरेक्टर मारिया शेखवात ने छात्रों के साथ मारपीट करने की बात स्वीकार की है। मारिया का कहना है कि स्कूल में मुस्लिम छात्र भी हैं। लड़के जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। इससे माहौल खराब होता है। उन्होंने कहा कि छात्र उत्पात मचा रहे थे, वे लड़कियों पर कमेंट कर रहे थे। उन्हें मना किया गया था, लेकिन वह नहीं माने। इसलिए उनकी पिटाई की।
नागदा थाना प्रभारी निलिन बुधौलिया का कहना है कि पीड़ित छात्र की शिकायत के आधार पर आरोपित स्कूल डायरेक्टर मारिया शेखवात और टीचर विश्वजीत जायसवाल के खिलाफ धारा 323, 294, 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों को जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा।