उत्तर प्रदेश की मऊ पुलिस ने मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी, उसकी बीवी अफ्शां अंसारी और उसके साले को भगोड़ा घोषित कर दिया है। इससे पहले खबर आई थी मऊ पुलिस ने इन लोगों की तलाश में 4-4 जगहों पर छापेमारी की लेकिन इनमें से किसी का कुछ नहीं पता चला। आखिर में जाकर पुलिस ने अंसारी के फरार हुए परिवार को भगोड़ा घोषित किया है। तस्वीरों में देख सकते हैं पुलिस इनकी संपत्ति के बाहर नोटिस चस्पा करती दिख रही है
UP | Mukhtar Ansari's wife Afsa Ansari, MLA son Abbas Ansari and brother-in-law were declared fugitives by Mau police. Police raided four places including Mukhtar Ansari's ancestral residence of Ghazipur. His family is absconding: SP Mau Avinash Pandey pic.twitter.com/GAf1IVzd6H
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 26, 2022
रिपोर्ट्स के मुताबिक मऊ एसपी अविनाश पांडे ने वीडियो में अंसारी के परिजनों को चेतावनी देते हुए कहा कि सभी (मुख्तार अंसारी के परिजन) को भगोड़ा घोषित किया गया है। इन्हें पुलिस के सामने पेश होकर गिरफ्तारी देने की हिदायत दी है। इसके साथ ही चेतावनी दी है कि अगर पेश नहीं होते तो धारा 83 के तहत कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि अंसारी के परिजनों के फरार होने की जानकारी देते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) धनंजय मिश्रा ने बताया था कि मऊ पुलिस ने गाजीपुर जिले के यूसुफपुर, मोहम्मदाबाद और गाजीपुर शहर में अब्बास और अफ्शां के आवासों और रिश्तेदारों के यहाँ तलाशी ली, लेकिन दोनों नहीं मिले।
उन्होंने ये भी जानकारी दी थी कि मऊ स्थित एफसीआई के गोदाम को मुख्तार अंसारी द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति घोषित करते हुए सरकार ने कब्जे में ले लिया है। इस मामले में मुख्तार की पत्नी अफ्शां, उसके साले और एक अन्य सहयोगी आरोपित है। सबके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है, कुर्की की कार्रवाई भी हो चुकी है, लेकिन अफशां अब तक अदालत में हाजिर नहीं हुई।
अब्बास अंसारी पर दर्ज केस को लेकर मिश्रा ने बताया था कि मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे और मऊ सदर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से मौजूदा विधायक अब्बास अंसारी पर इस साल की शुरुआत में हुए प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अधिकारियों के प्रति आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में स्थानीय एमपी-एमएलए अदालत उन्हें कई बार समन भेज चुकी है। लेकिन वह पेश नहीं हो रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।