उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के परिवार पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। रविवार (24 जुलाई 2022) को मुख्तार के सांसद भाई अफजाल अंसारी की 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई थी। सोमवार (25 जुलाई 2022) को मुख्तार की बीवी अफशां अंसारी और विधायक बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में छापेमारी की गई। दोनों फिलहाल फरार हैं।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) धनंजय मिश्रा ने बताया कि मऊ पुलिस ने गाजीपुर जिले के यूसुफपुर, मोहम्मदाबाद और गाजीपुर शहर में अब्बास और अफशां के आवासों और रिश्तेदारों के यहाँ तलाशी ली, लेकिन दोनों नहीं मिले। उन्होंने बताया कि मऊ स्थित एफसीआई के गोदाम को मुख्तार अंसारी द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति घोषित करते हुए सरकार ने ब्जे में ले लिया है। इस मामले में मुख्तार की पत्नी अफशां, उसके साले और एक अन्य सहयोगी को आरोपित बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है, कुर्की की कार्रवाई भी हो चुकी है, लेकिन अफशां अब तक अदालत में हाजिर नहीं हुई हैं।
मिश्रा ने बताया कि मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे और मऊ सदर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से मौजूदा विधायक अब्बास अंसारी पर इस साल की शुरुआत में हुए प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अधिकारियों के प्रति आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में स्थानीय एमपी-एमएलए अदालत उन्हें कई बार समन भेज चुकी है। लेकिन वह पेश नहीं हो रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि अब्बास अंसारी ने 2022 के चुनाव के दौरान विवादित बयान दिया था। अब्बास ने कहा था कि चुनाव परिणाम आने के 6 महीने बाद तक अधिकारियों को हटाया नहीं जाए। पहले सपा सरकार बनने के बाद उनसे हिसाब-किताब किया जाएगा उसके बाद ही किसी का ट्रांसफर होगा। उन्होंने यहाँ तक कहा था कि इसको लेकर अखिलेश यादव से भी बातचीत हो चुकी है। वीडियो वायरल होने के बाद अब्बास अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
इससे पहले रविवार को गाजीपुर पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी करीब 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली थी। भारी पुलिस बल और राजस्व कर्मियों की मौजूदगी में गाजीपुर के एसपी रोहन पी बोत्रे के नेतृत्व में कुर्की की कार्रवाई की गई थी। मुख्तार अंसारी पर न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि अन्य राज्यों में भी 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।