मशहूर शायर मुनव्वर राना का 71 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया। पिछले काफी समय से मुनव्वर बीमार थे। उनका इलाज पीजीआई में चल रहा था। वह वहाँ आईसीयू वार्ड में भर्ती थे। रविवार (14 जनवरी 2024) को साढ़े 11 बजे के आसपास उन्होंने अंतिम सांस ली।
जानकारी के मुताबिक, पिछले दो साल से मुनव्वर को किडनी की बीमारी थी। वह तब से डायलिसिस पर चल रहे थे। इसके साथ उन्हें लीवर की भी बीमारी सीओपीडी थी। 9 जनवरी को हालत खराब होने पर उन्हें पीजीआई में एडमिट किया गया था जहाँ 14 जनवरी को उन्होंने आखिरी सांस ली।
डॉक्टरों ने मीडिया को बताया कि मुनव्वर को किडनी की बीमारी तो थी ही। लेकिन जब 9 जनवरी को उन्हें एडमिट किया गया तो उन्हें सीओपीडी के साथ हार्ट की भी दिक्कत थी, जिसके चलते वेंटिलेटर पर रखा गया। सेहत में सुधार होने के बाद वेंटिलेटर से हटाया गया था लेकिन ज्यादा समय तक बिना वेंटिलेटर रह नहीं सके। दोबारा उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा, जहाँ रविवार को उनका निधन हो गया।
बता दें कि देश के मशहूर शायर मुनव्वर राना कई साहित्यिक अवार्ड पा चुके थे। लेकिन पिछले काफी समय से वो विवादों के कारण खबरों में रहते थे। उन्होंने राम मंदिर का फैसला देने वाले जज के लिए कहा था, “भारत के पूर्व CJI रंजन गोगोई जितने कम दाम में बिके, उतने में हिंदुस्तान की एक ₹#डी भी नहीं बिकती है।“
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की दोबारा सरकार बनने से पहले कहा था कि अगर योगी सरकार दोबारा लौटी तो यूपी छोड़ दूँगा। हालाँकि, हुआ ऐसा कुछ नहीं। मगर 2022 में जब योगी सरकार लौटी तो इसके बाद राना की तबीयत बिगड़ने की खबरें मीडिया में जरूर आईं।
इसी तरह उनकी बेटी के कॉन्ग्रेस ज्वाइन करने, चुनाव लड़ने और मतदान में नोटा से भी कम वोट पाने के बाद राना की काफी फजीहत हुई थी। उनके बेटे ने भी संपत्ति के लालच में अपने ऊपर जब झूठी फायरिंग करवाई थी, तब भी मुनव्वर का नाम उछला था।
इसके अलावा फ्रांस में हुए आतंकी हमले पर भी राना ने अपनी राय दी थी जहाँ एक कार्टून दिखाने के बाद टीचर पर अटैक हुआ था। राना ने आतंकी का बचाव करते हुए कहा था कि अगर कोई उनके माता-पिता का ऐसा कार्टून बना देगा तो वो उसे मार ही देंगे।