उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक और मुस्लिम लड़की ने घर वापसी की है। यहाँ जीनत (बदला हुआ नाम) ने हिन्दू धर्म अपना लिया है। जीनत अब मुनेश कुमार की धर्मपत्नी बन चुकी हैं। शादी के बाद दुल्हन ने नाम सीमा कश्यप रखा है। अब उन्होंने बरेली के अगत्स्य मुनि आश्रम में वैदिक विधि-विधान के साथ अग्नि को साक्षी मान कर विवाह किया। विवाह के दौरान लड़की ने हिंदू देवी-देवताओं की जयकार के साथ पूजन-हवन किया। यह विवाह बुधवार (3 जुलाई 2024) को सम्पन्न हुआ है।
घर-वापसी करने वाली लड़की मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की रहने वाली है। लगभग 1 साल से उनका अफेयर मुनेश कुमार से चल रहा था। मुनेश बरेली जिले के निवासी हैं। वह मुरादाबाद अक्सर अपनी रिश्तेदारी में जाते थे। इसी रिश्तेदारी के पड़ोस में 26 वर्षीया लड़की का घर है। शुरुआत में दोनों में थोड़ी-बहुत बातें हुईं। कुछ दिनों में दोनों के मोबाइल नंबर बँट गए। आपस में बात करते हुए दोनों ने एक दूसरे से प्यार कर लिया और शादी करने का निर्णय ले डाला।
लड़की की अम्मी अब दुनिया में नहीं हैं। उनके अब्बा को ये रिश्ता रास नहीं आया। बात नाते-रिश्तेदारी में भी फैल गई तो ज़ीनत पर तमाम तरह की पाबंदियाँ डाल दी गईं। फोन आदि चलाने पर भी रोक लगा दी गई। जीनत के लिए कोई मुस्लिम लड़का ही देखा जाने लगा था। हालाँकि इन तमाम प्रताड़नाओं के बावजूद जीनत मुनेश से ही शादी करने की जिद पर कायम रहीं। इधर लड़की के प्रेमी मुनेश कुमार ने अपनी तरफ से शादी की कोशिशें जारी रखीं। उनके परिचितों के माध्यम से उन्हें बरेली के अगत्स्य मुनि आश्रम का पता मिला।
बुधवार (3 जुलाई) को जीनत जैसे-तैसे घर से निकल पाईं। रास्ते में उन्हें मुनेश मिले। दोनों एक साथ अगत्स्य मुनि आश्रम पहुँचे। यहाँ के पुजारी पंडित के के शंखधर ने दोनों के कागजात चेक किए। बालिग़ हो चुकी जीनत ने यह शादी और घर वापसी अपनी मर्जी से होना बताया। उन्होंने इसका एक शपथ पत्र भी दिया। आखिरकार पंडित के के शंखधर ने दोनों जीनत और मुनेश का विवाह वैदिक विधि-विधान से करवाया। जीनत ने गंगाजल और गोमूत्र पी कर अपना शुद्धिकरण किया।
घर-वापसी के बाद उन्होंने अपना नाम सीमा कश्यप रख लिया है। शादी बात जीनत अपने पति के साथ ससुराल चली गईं हैं।