उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंदू लड़के से प्यार करने के कारण शीबा नाम की मुस्लिम लड़की को उसके भाइयों ने हत्या कर दी। यह बात उसके भाइयों को पसंद नहीं आई और उसे घुमाने के बहाने गाजियाबाद लेकर आए। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को मुरादनगर के गंगनहर में फेंक दिया।
दरअसल, उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के अंतर्गत आने वाले रुड़की जिले की 17-18 साल की शीबा एक स्थानीय हिंदू लड़के से प्यार करती थी। यह बात उसके भाइयों- 21 साल के सूफियान और 24 साल के महताब को पसंद नहीं आई। परिजनों ने उसे दिल्ली में चचेरे भाई के पास भेज दिया। हालाँकि, यहाँ भी वह फोन के जरिए अपने प्रेमी के संपर्क में थी।
यह बात उसके चचेरे भाई महताब को पता चली तो उसने सूफियान को बताया। इसके बाद दोनों ने मिलकर शीबा की हत्या की योजना बनाई। दोनों शीबा को घुमाने के बहाने गाजियाबाद में मुरादनगर गंगनहर के पास लेकर आए। यहाँ उन्होंने शीबा की गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को गंगनहर में फेंक दिया।
DCP (ग्रामीण) विवेक चंद्र यादव ने बताया, “दोनों आरोपित वारदात को अंजाम देकर पैदल ही लौट रहे थे। इसी दौरान वहाँ गश्त कर रही पुलिस की फैंटम टीम ने उन्हें रोक लिया। पूछताछ के दौरान दोनों सकपका गए। दोनों को संदिग्ध पाकर पुलिस उन्हें मुरादनगर थाने लेकर आई गई। यहाँ पर उन्होंने अपनी बहन की हत्या की बात कबूल की।”
DCP ने बताया कि पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उनकी बहन की प्रेम-प्रसंग के चलते सामाज में उनकी बेइज्जती हो रही थी। इसलिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी। DCP यादव के अनुसार, शीबा को ऑटो में लेकर दोनों भाई दिल्ली से कस्बा मुरादनगर गंगनहर तक आए थे। इसके बाद लगभग डेढ़ किलोमीटर तक गंगनहर की पटरी पर पैदल चले। इस दौरान मौका पाकर उन्होंने शीबा की हत्या कर दी।
शीबा का सगा भाई सूफियान मजदूरी करता है, जबकि चचेरा भाई महताब दिल्ली में ऑटो चलाता है। DCP यादव ने बताया कि दोनों के खिलाफ हत्या एवं अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक के सैंडल, कपड़े, आधार कार्ड और गमछा बरामद किया गया है।
गंगनहर में पानी का बहाव तेज होने के कारण अभी तक लाश बरामद नहीं हो पाई है। इसके लिए NDRF, SDRF और पुलिस की टीमों को लगाया गया है। आसपास के जिलों की पुलिस को भी इसके बारे में सूचित कर दिया गया है।