धुले जिले के साक्री में दलित बस्ती पर मुस्लिम जिहादियों ने पत्थरबाजी की है, जिसके बाद दंगे भड़क गए। महाराष्ट्र के धुले जिले के साक्री में गुरुवार (11 जुलाई, 2024) को रात 8.30 बजे मुस्लिम भीड़ ने दलित समाज पर हमला बोल दिया। मुस्लिम कट्टरवादियों ने दलित बस्ती पर जोरदार पथराव किया। इसमें महिलाओं-बच्चों समेत कई घायल हुए। इस मामले में पुलिस ने दोनो तरफ के 70 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। दलित महिलाओं ने बताया कि उन्होंने किसी तरह भाग कर जान बचाई।
बताया जा रहा है की इस घटना के पीछे मूल कारण एक प्रेम विवाह है, जिसमें नवबौद्ध समाज के युवा ने मुस्लिम युवती के साथ शादी की। इससे स्थानीय मुस्लिम आक्रोशित हो गए। गुरुवार की शाम को एक किशोर नवबौद्ध समाज के व्यक्ति के किराना दुकान पर आया। उसने दुकानदार को गालियाँ दी, इस कारण दुकानदार ने उसको डाँटा। उक्त किशोर ने इसके बाद घर जाकर इस मामले को बढ़ा-चढ़ा कर बताया। फिर इलाके में हिंसा भड़क गई।
इस दंगे के पीछे धुलिया में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM विधायक फारूक अनवर शाह का हाथ होने का दावा किया जा रहा है। विधायक के करीबी आरिफ और जाकिर शेख यही इस घटना के मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं। नवबौद्ध समाज का आरोप है कि पुलिस उनको बचा रही है। साक्री के सकल हिंदू समाज ने नवबौद्ध भाइयों के न्याय के लिए पुलिस को मूल आरोपियों पर कार्रवाई करने का निवेदन दिया। उन्होंने कहा है कि जो मूल आरोपी है वह अभी भी हिरासत में नहीं लिए गए हैं।
जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें जगदीश वाघ, कपिल वाघ, निखिल गोंड, उदय मोर, यश पाथरे, जय मोरे शामिल हैं। नवबौद्ध समाज का आरोप है कि इन लोगों को फँसाया गया है। घटना के मास्टरमाइंड आरिफ और जाकिर शेख को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए पुलिस से माँग की गई है। ‘सकल हिन्दू समाज’ ने कहा है कि पुलिस किसी मजहब विशेष के लोगों का पक्ष न लेते हुए मूल आरोपितों पर कार्रवाई करे। ऐसा न होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी गई है।