उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में शनिवार (7 जून, 2024) को एक मदरसा संचालक की हत्या कर दी गई थी। 60 वर्षीय मृतक का नाम फारुख है जिसे आसपास के लोग मौलाना भी कहते थे। हत्या के पीछे मौलाना द्वारा लिए गए पैसे वापस न देने से उठा गुस्सा बताया जा रहा है। मामला 2 समुदायों से जुड़ा बताया जा रहा है। हत्या के बाद मृतक मौलाना के समर्थन में एक भीड़ ने पुलिस पर हमला किया है। गाँव में पत्थरबाजी हुई। यह भीड़ आरोपित के घर में भी घुसने पर आमादा थी। पुलिस ने बड़ी मेहनत से हिंसक भीड़ को काबू किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना प्रतापगढ़ के थानाक्षेत्र जेठवारा की है। यहाँ के गाँव सोनपुर में मौलाना फारूख रहते थे। वो थोड़ी दूर मउहर नाम के गाँव में मदरसा चलाते थे। उनका अपने ही गाँव के कुछ लोगों से पैसे को ले कर विवाद चल रहा था। शनिवार को मौलाना फिर गाँव में आए थे। इस दौरान आरोपित ने उनसे पैसों की माँग की। फारुख की तरफ से संतोषजनक उत्तर न मिलने पर आरोपितों का उनसे झगड़ा शुरू हो गया। इस दौरान हुए विवाद में मौलाना घायल हो गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
— PRATAPGARH POLICE (@pratapgarhpol) June 8, 2024
हमले के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर जाँच पड़ताल शुरू कर दी। कुल 4 आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी गई है जिसमें एक महिला भी शामिल है। सभी आरोपित फरार हो गए जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है। मौलाना के परिजनों की तमाम मांगों में शस्त्र लाइसेंस भी शामिल है। पुलिस अपना काम कर ही रही थी कि अचानक मौलाना के समर्थन में भीड़ जमा होने लगी। इन सभी ने पुलिस के समझाने के बावजूद सड़क पर जाम लगाना शुरू कर दिया।
#प्रतापगढ़। बेख़ौफ़ हुए बदमाश, मौलाना की फावड़ा और धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या से मचा हड़कंप। जेठवारा इलाके में सोनपुर गांव में मौलाना फारूक की सुबह सुबह फावड़े से काटकर निर्मम हत्या से मचा हड़कम्प।@Uppolice @pratapgarhpol pic.twitter.com/ykRVylrSqI
— UP10NEWS (@up10_news) June 8, 2024
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुलिस ने जाम हटवाने की कोशिश की तो भीड़ पुलिसकर्मियों से ही भिड़ गई। घटनास्थल पर नारेबाजी की गई और पुलिस वालों पर पत्थर भी फेंके गए। भीड़ की एक टुकड़ी अलग हो कर आरोपितों के घर में घुसने की कोशिश करने लगी। प्रशासन ने हालात संभालने के लिए अतिरिक्त थानों और जिलों से पुलिस टीमें बुलवाईं। गाँव में तनाव को देखते हुए मौके पर PAC की 5 कम्पनियाँ तैनात कर दी गईं हैं।