नवम्बर 2019 में सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर को लेकर आया अंतिम फैसला भला किसे नहीं याद होगा, जब देश की सबसे बड़ी अदालत में रामलला विराजमान की जीत के बाद सैकड़ों का सालों का इंतजार ख़त्म हुआ था और भगवान राम के टेंट से निकल कर भव्य मंदिर में जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया था। लेकिन, उस समय मुस्लिमों का रिएक्शन क्या रहा था? राम मंदिर को लेकर मुस्लिमों की प्रतिक्रिया वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है।
ये वीडियो तभी का है, जब पूरा देश राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का जश्न मना रहा था। ‘The Rajdharma’ के वीडियो में कुछ मुस्लिम कहते दिख रहे हैं कि अल्लाह इंसाफ करेगा और वो लोग बदला ज़रूर लेंगे। एक मुस्लिम ये कहता दिख रहा है कि आज उसके पास पावर नहीं है लेकिन आज से कुछ साल बाद जब पावर आएगा तब वो बता देगा कि कैसे बदला लेना है। हालाँकि, कुछ मुस्लमान ये भी कहते नज़र आए कि उनके लिए देश पहले है।
एक मौलवी की तरह दिख रहे शख्स ने कहा कि वो राम मंदिर पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ख़ुश नहीं है। उसने कहा कि अगर सरकार सोचती है कि वो 5 एकड़ जमीन देकर मुस्लिम को खुश कर देगी तो वो 5 एकड़ जमीन देने को तैयार है। उसने कहा कि वहाँ मस्जिद थी और मस्जिद रहेगी। उसने मुस्लिम को इस देश में कमजोर भी बताया। उसने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने गलत फैसला दिया है, जिसे वो नहीं मानता।
उसने ‘जिसकी लाठी, उसकी भैंस’ वाली कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि कल को जब उसके हाथ में लाठी आएगी तो वो भी भैंस को नचाएगा। वो कहता रहा कि फ़िलहाल वो कमजोर है लेकिन कभी तो मजबूत होगा। दिन होगा तो रात आएगी और रात है तो दिन आनी ही है। उसने तो यहाँ तक कहा कि अगर 50 साल बाद भी उसके हाथ में पावर आया तो वो बदला लेकर दिखा देगा।
आज इस फैसले को आए 9 महीने हो गए हैं। अयोध्या में आगामी 5 अगस्त को राम मंदिर की आधारशिला रखी जानी है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या जाएँगे और भूमि पूजन के बाद राम मंदिर की पहली ईंट रखेंगे। भूमि पूजन के लिए बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत को भी आमंत्रण भेजा गया है। इस समारोह का दूरदर्शन द्वारा सीधा प्रसारण किया जाएगा।