उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 4 साल की एक नाबालिग बच्ची से दरिंदगी का मामला सामने आया है। आरोपित का नाम ओवैश है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस दरिंदगी को एक टेलरिंग शॉप के अंदर अंजाम दिया गया जहाँ आरोपित काम करता था। बच्ची की चीख सुन कर आस-पास के लोग जमा हुए तो ओवैस भाग निकला था। जिस दुकान पर ओवैस काम करता है वह भी सरकारी जमीन पर बनी बताई जा रही है। आरोपित इससे पहले भी दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है। घटना शुक्रवार (7 अप्रैल 2023) की है।
मामला मुजफ्फरनगर के थाना चरथावल का है। मुजफ्फरनगर पुलिस के SP सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने आरोपित ओवैस की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 7 अप्रैल को पीड़ित पिता ने अपनी बेटी के साथ रेप के प्रयास की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। तहरीर मिलने पर पुलिस ने FIR दर्ज कर के जाँच शुरू की और 24 घंटों के अंदर ओवैस को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि ओवैस शातिर अपराधी है जो इस से पहले भी बच्चों को अपना शिकार बना चुका है।
थाना चरथावल पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मात्र 24 घण्टे के अन्दर दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार करने के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक नगर श्री सत्यनारायण प्रजापत द्वारा दी गई बाईट- https://t.co/xvUJ5fnj9g pic.twitter.com/mAHDV0KE85
— MUZAFFARNAGAR POLICE (@muzafarnagarpol) April 8, 2023
ओवैस के अब्बा का नाम मेहराज है। पुलिस का कहना है कि थाना चरथावल में ओवैस के खिलाफ पहले से ही एक केस दर्ज है। पिछले केस में ओवैस ने 7 साल की एक बच्ची को अपना शिकार बनाया था। ओवैस अपने पहले केस में जमानत पर था। SP सिटी के मुताबिक पुलिस का प्रयास होगा कि महज 7 दिनों के अंदर तमाम सबूतों को जमा करके अदालत में चार्जशीट पेश कर दिया जाए। साथ ही 1 महीने के अंदर आरोपित को सजा दिलाने के लिए DSP व SHO को केस की बारीकी से पैरवी करने के निर्देश दिए गए हैं। यह अतिरिक्त सक्रियता बच्चियों के खिलाफ आदतन अपराधी ओवैस को किसी अन्य बच्ची को शिकार बनाने से रोकने के लिए है।
इस मामले पर जानकारी देते हुए पीड़िता बच्ची के पिता ने कहा कि घटना के दिन उनकी बेटी अपने ताऊ के घर जा रही थी। रास्ते में एक दर्जी की दुकान है। उस दुकान में काम करने वाला ओवैस बच्ची को उठा कर दुकान के अंदर ले गया। आरोप है कि यहाँ पीड़िता के साथ रेप किया गया। शोर मचाने पर आस-पास के लोग जमा हुए। इस दौरान मौक़ा पा कर ओवैस भाग निकला। पीड़ित पिता के मुताबिक आरोपित ओवैस की उम्र लगभग 20 साल है।
जिस टेलरिंग शॉप पर ओवैस काम करता था उसका नाम अलाबा टेलर्स है। ऑपइंडिया के अलबा टेलर्स के मालिक को कॉल किया तो उनका फोन बंद आया।