राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बंगाल पुलिस के अधिकारी बिस्वाक मुखर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। NCPCR अध्यक्ष ने ट्वीट कर बताया कि वो जब तिलजिला थाने में बच्ची की मौत को लेकर उसके घर पहुँचे तो उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ। उनका आरोप है कि पुलिस ने एनसीपीसीआर की पूछताछ की चोरी-छिपे रिकॉर्डिंग की और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट हुई।
पश्चिम बंगाल के तिलजिला थाने में बंगाल पुलिस के अफ़सर बिस्वाक मुखर्जी ने मेरे साथ छीना छपटी व मार पीट की है।
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) March 31, 2023
पुलिस के लोग @NCPCR_ की जाँच कार्यवाही की चोरी छिपे रिकॉर्डिंग कर रहे थे।
विरोध करने पर मेरे साथ मार पीट की है।
बता दें कि इससे पहले पश्चिम बंगाल के तिलजला में बच्ची के बलात्कार व हत्या एवं मालदा में स्कूल के अंदर ६ वीं कक्षा की छात्रा के बलात्कार के मामलों की जाँच के लिए प्रियंक कानूनगो ने 31 मार्च और 1 अप्रैल की तारीख बताई थी। उन्होंने कहा था कि दो दिन पूर्व सूचना देने के बावजूद तक राज्य सरकार ने जाँच हेतु व सुरक्षा हेतु अधिकारियों कA जानकारी नहीं दी। ऐसे में NCPCR वहाँ जाएगा।
अधिकारियों की जानकारी नहीं दी हैं।
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) March 30, 2023
जाँच दल को लेकर राज्य सरकार की ओर से असहयोग की वजह से दल की सुरक्षा को सम्भावित ख़तरे के मद्देनज़र राज्य के मुख्य सचिव,गृह सचिव व डीजीपी को आज अभी पुनः निवेदन प्रेषित किया है।
हर हाल में कल @NCPCR_ पहुँचेगा अवश्य@PMOIndia @MamataOfficial
रिपोर्ट्स की मानें तो एनसीपीसीआर के राज्य में आने की सूचना पर राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष सुदेशना राय ने दिल्ली को पत्र भेजकर कहा था कि तिलजला बाल हत्या मामले में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग को शहर आने की जरूरत नहीं है। हालाँकि एनसीपीआर के अध्यक्ष फिर भी वहाँ पहुँचे और उसके बाद अध्यक्ष ने बदसलूकी का मामला दर्ज कराया।