राष्ट्रीय महिला आयोग ने राजस्थान के बीकानेर में एक परीक्षा केंद्र के बाहर पुरूष गार्ड द्वारा महिला परीक्षार्थी के टॉप की अस्तानी काटे जाने की घटना की निंदा करते हुए राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की माँग की है। बीकानेर में एक परीक्षा केंद्र से एक तस्वीर का हवाला देते हुए, एनसीडब्ल्यू ने राजस्थान सरकार से महिलाओं के सम्मान के साथ जीने के अधिकार का उल्लंघन करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा और पूछा कि महिला उम्मीदवारों की जाँच के लिए महिला सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं तैनात किए गए थे।
आयोग ने एक बयान में कहा कि खबरों के जरिए उनके संज्ञान में यह बात आई है कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में एक परीक्षा केंद्र के बाहर महिला परीक्षार्थी के टॉप की बाजू एक पुरूष गार्ड ने काटी। NCW ने कहा महिला आयोग इस कथित घटना से चिंतित है। यह किसी भी महिला के लिए अपमानजनक है। आयोग इसकी कड़ी निंदा करता है। आयोग ने इस मामने का स्वत: संज्ञान लिया है।
National Commission for Women (NCW) takes cognisance of the incident where a male security guard was reportedly seen cutting the sleeves of a top worn by a female candidate outside an exam centre for RAS 2021 in Bikaner district, Rajasthan. pic.twitter.com/JVjfXRDQXf
— ANI (@ANI) October 28, 2021
महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। आयोग ने यह भी स्पष्टीकरण माँगा है कि परीक्षा केंद्र पर महिला उम्मीदवारों की तलाशी के लिए किसी महिला गार्ड की नियुक्ति क्यों नहीं की गई।
इससे पहले दिन में, NCW चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने एक अखबार क्लिप के साथ एक ट्वीट पोस्ट किया था, जिसमें बीकानेर की तस्वीर प्रकाशित की गई थी, जिसमें एक सुरक्षा गार्ड को एक महिला उम्मीदवार की पोशाक की बाजू काटते हुए दिखाया गया था। उन्होंने लिखा, “नकल पर लगाम लगाने के नाम पर वे लड़कियों के कपड़े कैसे काट सकते हैं? यह अत्याचार है। अशोक गहलोत आपको इस तानाशाही को रोकना होगा।”
How can they cut clothes of girls in the name of controling cheating? This is atrocious. @ashokgehlot51 you must stop this dictat. pic.twitter.com/AIFswZojpG
— Rekha Sharma (@sharmarekha) October 28, 2021
भले ही एनसीडब्ल्यू केवल एक घटना की बात कर रहा हो, लेकिन आरएएस प्रारंभिक परीक्षा के दौरान बुधवार को राज्य भर में ऐसी कई घटनाएँ हुईं। कथित तौर पर, उम्मीदवारों को बताया गया था कि परीक्षा के दौरान पूरी बाजू के कपड़े पहन कर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसा नकल रोकने के लिए किया गया था और कई परीक्षा केंद्रों के बाहर सुरक्षा गार्डों द्वारा महिला उम्मीदवारों द्वारा पहने गए कपड़े की पूरी बाजू काट दी गई।
हालाँकि, इस तरह की अन्य घटनाओं की तस्वीरें बताती हैं कि महिलाओं के कपड़े की बाजू ज्यादातर अन्य जगहों पर महिला सुरक्षा गार्डों द्वारा काटी गई थी। राजस्थान सरकार हाल के दिनों में परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है। इस बाबत सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को बंद कर दिया था, ताकि उउम्मीदवार इसका दुरुपयोग न कर सकें।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) द्वारा आरएएस प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन बुधवार (27 अक्टूबर, 2021) को आयोजित किया गया था। कोरोना महामारी को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी सभी कोविड-19 दिशानिर्देशों के तहत परीक्षा का आयोजन किया गया था।