मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश के ‘चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग’ को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिया है। इस संबंध में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर ऐलान किया। उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश के अयोध्या के चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाया जाएगा और इस संबंध में वह बुधवार (जुलाई 21, 2021) को नोटिफिकेशन भी जारी कर चुके हैं।
Draft Notification has been issued declaring ‘Chaurasi Koshi Parikrama Marg’ as National Highway in the state of Uttar Pradesh. #PragatiKaHighway
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) July 21, 2021
केंद्रीय मंत्री के ट्वीट के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का ट्वीट आया, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी और नितिन गडकरी का आभार जताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा,
“प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन व आपके नेतृत्व में ‘चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग’ को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने हेतु अधिसूचना जारी होना अयोध्या के पुरातन गौरव की पुनर्स्थापना हेतु बढ़ाया गया बड़ा कदम है। यह आध्यात्मिक पर्यटन क्षेत्र को संबल प्रदान करेगा। हार्दिक आभार!”
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व आपके नेतृत्व में ‘चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग’ को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने हेतु अधिसूचना जारी होना अयोध्या के पुरातन गौरव की पुनर्स्थापना हेतु बढ़ाया गया बड़ा कदम है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 21, 2021
यह आध्यात्मिक पर्यटन क्षेत्र को संबल प्रदान करेगा।
हार्दिक आभार! https://t.co/S4jsGXtdnw
बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक अयोध्या में करीब 80 किमी की रिंग रोड और 275 किमी की अयोध्या चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग नेशनल हाइवे बनेगा। गडकरी ने कहा इसका फायदा ये होगा कि पर्यटक जो 84 कोसी परिक्रमा करना चाहते हैं वे आसानी से राजमार्ग से यात्रा कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में हर साल पंचकोसी और चौदह कोसी परिक्रमा के लिए पूरे देश और विदेश से लोग आते हैं। लेकिन, यहाँ संत अयोध्या की चौरासी कोसी में परिक्रमा करते हैं। कुछ लोग इसे केवल अयोध्या से जोड़कर देखते हैं लेकिन यह चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग 5 जिलों में 275.35 किलोमीटर तक फैला है। इसमें अयोध्या, अंबेडकर नगर, बाराबंकी समेत गोंडा जिला भी आता है। अभी के हालातों में इस परिक्रमा को करने वाले काफी परेशानी झेलते हैं। लेकिन राजमार्ग बनने से यह परेशानी कम हो जाएगी और आसानी से परिक्रमा हो सकेगी। इसके अलावा पर्यटन को भी इससे बढ़ावा मिलेगा।