केरल के पलक्कड़ जिले में पिछले हफ्ते 16 अप्रैल, 2022 को हुए आरएसएस के एक कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में पुलिस ने गुरुवार (21 अप्रैल, 2022) को पीएफआई-एसडीपीआई के चार गुंडों को गिरफ्तार किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) विजय सखारे ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों लोग घटनास्थल पर मौजूद थे, लेकिन 16 अप्रैल को आरएसएस कार्यकर्ता एसके श्रीनिवासन पर हुए हमले में सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं। साथ ही, उन्होंने पुष्टि की कि चारों पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसकी राजनीतिक शाखा- सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ता हैं।
केरल के पलक्कड़ में पिछले हफ्ते आरएसएस के प्रचारक ए श्रीनिवासन की हत्या के मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान 22 वर्षीय मुहम्मद बिलाल, मुहम्मद रिसवान (20 वर्ष), ए रियासुदीन (35) और सहद, (22) के रूप में हुई है।
Muhammad Bilal, Muhammad Rizwan, Riyassuddin, Sahad – Four PFI Killers involved in brutal murder of @RSSorg leader Srinivasanji under arrest pic.twitter.com/1IHyHFTfeg
— HKupdate (@HKupdate) April 21, 2022
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि चारों आरोपितों ने पूछताछ के बाद अपनी भूमिका का खुलासा किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सखारे ने कहा, “हम इस घटना में शामिल 14-15 लोगों के बारे में जानते हैं और जाँच आगे बढ़ने पर इनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद है, और गिरफ्तारियाँ भी ज्यादा होंगी।”
बता दें कि पुलिस ने मंगलवार को आरएसएस के तीन कार्यकर्ताओं रमेश, अरुमुघन और सरवनन को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा, “तीनों आरएसएस कार्यकर्ता संजीत के दोस्त थे, जिसकी पिछले साल नवंबर में यहाँ हत्या कर दी गई थी। उसका मानना है कि 15 अप्रैल को पीएफआई के सुबैर (43) की हत्या संजीत की मौत का बदला लेने के लिए की गई थी और हत्या की योजना उसके करीबी दोस्त रमेश ने बनाई थी, जो पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में से एक है।”
गौरतलब है कि आरएसएस के पूर्व जिला कार्यकर्ता और पदाधिकारी श्रीनिवासन पर 16 अप्रैल को पलक्कड़ में उनकी मोटरसाइकिल की दुकान पर छह लोगों के समूह ने हमला किया था। इससे महज 24 घंटे पहले शुक्रवार को दोपहर के जुमे की नमाज पढ़कर अपने अब्बू के साथ घर लौट रहे सुबैर की जिले के इलापुल्ली में हत्या कर दी गई थी।