हाथरस भगदड़ मामले में नया खुलासा हुआ है। सामने आया है कि जब घटना वाले दिन (2 जुलाई 2024) भगदड़ में लोग गिरना शुरू हुए थे उस समय कुछ ग्रामीण और प्रशासन के लोग उनकी मदद को आगे आ रहे थे। हालाँकि वो सेवादार थे जिन्होंने उन जमीन पर गिरे लोगों की मदद करने से सबको इनकार कर दिया था और कह रहे थे कि ये लोग बाबा के आशीर्वाद से ठीक हो जाएँगे। इसके बाद वो लोग मौका देखकर भाग गए।
वहीं इस नए खुलासे के बाद अब पूरे मामले में साजिश होने की आशंका जताई जा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मामले में जाँच के आदेश दिए हैं। पुलिस सेवादारों की पहचान करने में जुटी है।मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि सेवादार और बाबा के निजी सुरक्षाकर्मियों की धक्का-मुक्की के कारण भगदड़ शुरू हुई और लोग एक दूसरे के ऊपर गिरना शुरू हुए। हालाँकि जब ग्रामीण और पुलिस प्रशासनिक अधिकारी उनकी मदद को आगे आने लगे तो सेवादारों ने उन्हें उठाने नहीं दिया और कहा कि ये लोग बाबा की कृपा से ठीक हो जाएँगे।
मामले में एसडीएम और पुलिस रिपोर्ट से पता चला है कि 2 जुलाई को हुए 1 घंटे के कार्यक्रम में 2 लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ थी। जब साकार विश्व हरि उस भीड़ से निकला तो लोग उसके पीछे उसे पाँव की मिट्टी माथे पर लगाने के लिए दौड़े। कुछ सेवादारों ने इन्हें रोका तो कई लोग नीचे गिर गए। इसके बाद जो माहौल हुआ उसमें जमीन पर गिरे लोगों का उठ पाना मुश्किल हो गया। स्थिति को दूर से देख रहे ग्रामीणों ने घायलों की मदद करनी चाही लेकिन सेवादारों ने उन्हें रोक दिया और मीडिया को वीडियो बनाने से मना कर दिया। बाद में इन्हीं लोगों के छूटे सामान, कपड़े, जूते-चप्पल को उठाकर निकटवर्ती खेल में फसलों में फेंककर सबूतों को छिपाने का प्रयास हुआ।
राहुल गाँधी हाथरस पीड़ितों से मिलने पहुँचे
अब पुलिस इस मामले में फोटो और वीडियोज देख बाकी साक्ष्य जुटा रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कल 6 सेवादारों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। वहीं मुख्य आरोपित की तलाश के लिए 1 लाख रुपए का इनाम घोषित हुआ था।
Uttar Pradesh: Congress MP and Lok Sabha LoP Rahul Gandhi met the victims of the Hathras stampede, in Aligarh. pic.twitter.com/8h2vh8aijO
— ANI (@ANI) July 5, 2024
बता दें कि इस मामले को विपक्ष पूरी तरह से भुनाने के प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में राहुल गाँधी हाथरस घटना में जान गँवाने वाले पीड़ितों के परिजनों से मिलने गए सामने आई तस्वीरों में उन्हें अलीगढ़ में पीड़ितों के परिवारों से दिखते-बात करते देखा जा सकता है।