प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में विकास कार्यों को लेकर शनिवार (26 जून 2021) को समीक्षा बैठक की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा इस बैठक में वर्चुअली शामिल हुए। करीब 45 मिनट तक चली इस समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने अयोध्या का विजन डॉक्यूमेंट देखा।
प्रधानमंत्री ने अयोध्या के विकास मॉडल को तैयार करने वाले अधिकारियों को बधाई देते हुए इसे समय से पूरा करने के लिए कहा। अयोध्या को हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में उकेरा हुआ शहर बताते हुए पीएम ने कहा, ”अयोध्या का विकास मॉडल ऐसा होना चाहिए, जिससे युवाओं में आध्यात्मिकता का सृजन हो। वे संस्कार के साथ अध्यात्म की शिक्षा भी ग्रहण कर सकें। अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए।”
PM described Ayodhya as city etched in cultural consciousness of every Indian, should manifest finest traditions&best developmental transformations. Human ethos of it must be matched by futuristic infrastructure,beneficial for all: Govt sources from Ayodhya Development plan meet pic.twitter.com/9dRRWq8g0Q
— ANI (@ANI) June 26, 2021
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अयोध्या के मानवीय लोकाचार भविष्य के बुनियादी ढाँचों से मिलते-जुलते होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने, नवीन तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की अपील की।
PM said that the way Lord Ram had ability to bring people together, development works of Ayodhya should be guided by spirit of healthy public participation.He called for skills of talented youth to be leveraged in this development: Govt sources from Ayodhya Development plan meet
— ANI (@ANI) June 26, 2021
बैठक में पीएम मोदी ने कहा, ”जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों को स्वस्थ जनभागीदारी की भावना से किया जाना चाहिए।” उन्होंने अयोध्या के विकास कार्य में प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का भी आह्वान किया।
At the same time, momentum towards heralding Ayodhya to this next leap of progress but begin now. It is our collective endeavour to celebrate the identity of Ayodhya and keep its cultural vibrancy alive through innovative ways: Govt sources from Ayodhya Development plan meeting
— ANI (@ANI) June 26, 2021
पीएम ने बैठक में कहा कि आने वाली पीढ़ियों को अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या जाने की इच्छा महसूस करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे।
PM said that the coming generations should feel the desire to visit Ayodhya at least once in their lifetime. PM pointed that developmental works in Ayodhya will continue in the foreseeable future: Govt sources from Ayodhya Development plan meeting
— ANI (@ANI) June 26, 2021
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक में अयोध्या के विकास से जुड़ी परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की ओर से एक प्रस्तुती दी गई। बयान में कहा गया कि अयोध्या के विकास की कल्पना में एक अध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और टिकाऊ स्मार्ट सिटी विकसित करना है।
बता दें कि बैठक में प्रधानमंत्री को अयोध्या के संपर्क को बेहतर करने से संबंधित ढाँचागत विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं से अवगत कराया गया। इस दौरान हवाई अड्डे के विकास से जुड़ी परियोजनाओं, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, सड़कों और राजमार्गों के विकास से संबंधित योजनाओं पर चर्चा की गई। साथ ही एक हरित उपनगर बसाने को लेकर भी चर्चा की गई, ताकि यहाँ दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्रम, होटल और विभिन्न राज्यों के भवनों की सुविधा उपलब्ध हो। एक आधुनिक पर्यटन सुविधा केंद्र और वैश्विक स्तर का एक संग्रहालय बनाए जाने को लेकर बैठक में चर्चा हुई।