अयोध्या के नवनिर्मित भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। इसके लिए 16 जनवरी से ही अनुष्ठान जारी है। अनुष्ठान के अंतिम दिन 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने जन्मभूमि स्थान पर विराजमान हो जाएँगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ के प्रमुख मोहन भागवत एवं अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी बतौर यजमान पूजा-पाठ करेंगे। पीएम मोदी पूजा-पाठ में शामिल होने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं और इसके लिए कड़ी व्रत-तपस्या भी कर रहे हैं। यहीं नहीं, पीएम खास तरह का जाप भी कर रहे हैं, जो उन्हें सिद्ध महात्मा द्वारा बताया गया है। पीएम मोदी संन्यासी की तरह फर्श पर सो रहे हैं और सिर्फ और सिर्फ नारियल पानी पी रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में जाग जाते हैं और हर दिन एक घंटा 11 मिनट तक खास मंत्र का जाप करते हैं। इस मंत्र का 11 दिनों तक का जाप अनिवार्य बताया गया है। वे विशेष धार्मिक परंपरा के मुताबिक ही फर्श पर सो रहे हैं। फर्श पर वो सिर्फ कंबल बिछाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन तमाम व्रत एवं जाप के अलावा, अपने आवास पर ही गाय की पूजा भी कर रहे हैं। वे दिन गायों को चारा भी खिलाते हैं। इसकी कई तस्वीरें भी पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शास्त्रों के मुताबिक अन्नदान और वस्त्रदान भी कर रहे हैं।
बता दें कि शास्त्रों में देव प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के लिए एक लंबी प्रक्रिया बताई गई है। इसके लिए कई सारे नियमों का पालन करना होता है। पीएम मोदी एक रामभक्त के रूप में आध्यात्मिक साधना कर रहे हैं। आमतौर पर पीएम मोदी दैनिक दिनचर्या में ब्रह्ममुहूर्त जागरण, साधना और सात्विक आहार जैसे नियमों का पालन तो करते ही हैं, लेकिन इस बार वो यम-नियम के तहत सभी अनुष्ठान कर रहे हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। 16 जनवरी से शुरू हुए धार्मिक अनुष्ठान 22 जनवरी तक चलेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में 22 जनवरी को रामलला अपने स्थान पर विराजमान होंगे। पूरे देश में लोग अपने घरों में दिवाली मनाएँगे। हर तरफ मंगल गीत गाए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया भी भगवान राम की भक्ति में डूबा हुआ है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए खास मेहमानों को न्यौता भेजा जा रहा है। इसके अलावा, अयोध्या रामलला जन्मस्थान केस में फैसले देने वाले सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ के सभी 5 जजों को भी न्यौता भेजा गया है। इनमें से कुछ जज रिटायर भी हो चुके हैं।