यूपी के रायबरेली जिले में प्रख्यात शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा पर बाइक सवार नकाबपोशों ने हमला कर दिया। उनकी कार पर कई राउंड गोलियाँ चली। हमले में तबरेज बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। ताबड़तोड़ हुई फायरिंग और गोली की आवाज सुनकर आसपास हड़कंप मच गया और लोग इकठ्ठा हो गए। इसी बीच हमलावार मौके से भाग गए।
पुलिस ने हमलावरों को पकड़ने के लिए नाकेबंदी की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पीड़ित तबरेज राणा ने अपने ही परिवार के पाँच लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। देर रात पुलिस ने पाँचों आरोपितों इस्माइल राणा, राफे राणा, जमील राणा, शकील राणा (सभी चाचा) और यासर राणा (चचेरे भाई) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सपा नेता राफे राणा आजम खान के करीबी माने जाते हैं।
रायबरेली के शहर कोतवाली के किला बाजार मोहल्ले के रहने वाले शायर मुनव्वर राणा परिवार के साथ लखनऊ में रहते हैं। पुलिस का कहना है कि उनका रायबरेली में परिवार के लोगों के साथ काफी समय से जमीन संबंधी विवाद चल रहा है। तबरेज राणा दो दिन पहले जमीन के किसी विवाद को लेकर शहर आए थे और यहीं पर रुके हुए थे। कोतवाली में दी गई तहरीर के मुताबिक सोमवार (जून 28, 2021) को वह अपनी कार से लखनऊ के लिए जा रहे थे।
तभी लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर शाम करीब 6 बजे शहर कोतवाली की त्रिपुला पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थित पेट्रोल पंप के पास बिना नंबर की बाइक पर बैठे नकाबपोशों ने तबरेज राणा पर ताबड़तोड़ गोलियाँ चलाई। उस वक्त तबरेज कार चला रहे थे। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर लोगों की भीड़ इकठ्ठा होने लगी। कई राउंड गोलियाँ चलाने के बाद हमलावर भाग गए। कार के शीशे में गोलियों के निशान भी मिले हैं। कोतवाल अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि तबरेज से मिलने होटल में कौन आया और कौन गया। एसपी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए कोतवाल अतुल कुमार सिंह, मिल एरिया के एसओ आशुतोष त्रिपाठी और एसओजी को लगाया गया है। तीनों टीमें अलग-अलग टास्क पर काम कर रही हैं। घटना के चश्मदीद पेट्रोल पंप के सेल्समैन से भी पूछताछ की गई है। एक-दो दिन में घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। घटनास्थल से जुड़े पेट्रोल पंप और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खँगाले जा रहे हैं। एक सीसीटीवी फुटेज में बाइक से दो लोग जाते दिखे हैं। पुलिस को शक है कि यह बाइक सवार घटना में शामिल हो सकते हैं।
आरोपित राफे राणा ने बताया कि राजघाट पर साढ़े आठ बीघा जमीन है। इसमें चार बीघा उनकी और उनके भाई इस्माइल की है। साढ़े चार बीघा में 6 भाइयों का हिस्सा है। पिता की मृत्यु के बाद गलत वरासत हो गई और पूरी साढ़े आठ बीघा जमीन 6 भाइयों के नाम चढ़ गई। इसका वाद न्यायालय में विचाराधीन है। राफे के मुताबिक फरवरी 2021 में तबरेज ने उनके हिस्से की जमीन में से 18 बिस्वा बेच दी। ये बात जब पता चली तो निबंधन कार्यालय में आपत्ति करके दाखिल खारिज रोकवा दी। इसका हमले की घटना से कोई सरोकार नहीं है।